मिशन शक्ति के तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह छात्राओं को सम्मानित किया गया।
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। नगर निगम महिला नरेन्द्र देव महाविद्यालय हर्ष नगर में मिशन शक्ति के तृतीय चरण के अन्तर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई-प्रथम एवं ब्रह्ममावर्त क्लब के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह छात्राओं को सम्मानित कर किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप जलाकर किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण देना था ताकि वह सुदृढ़ एवं स्वावलम्बी बन सकें।इस अवसर पर मुख्य अतिथि नगर आयुक्त शिवशरणप्पा ने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुये प्रशिक्षण करने आये प्रो. राजीव चौधरी, पं. रवि शंकर शुक्ला रायपुर विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ के प्रयास की सराहना करते हुये कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की और आयोजकों को बधाई दी।इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. ऋतम्भरा ने छात्राओं से अपील की कि वह इस प्रशिक्षण का प्रचार-प्रसार कर समाज में एक क्रान्ति लायें।रो. डॉ. बीएन आचार्य ने कहा कि रोटरी एक समाजसेवा से परिपूर्ण संस्था है और इसीलिए रोटरी अपनी एक समाज में पहचान बनाये हुये है। इस तरह के कार्यक्रम की हमारे समाज में बहुत जरूरत है।पं. रवि शंकर शुक्ला रायपुर विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ से आये प्रो. राजीव चौधरी ने स्वयं सेविकाओं को बताया कि आसन, प्राणायाम और मेडीटेशन तीनों की ही जरूरत हमें आज के परिवेश में है। प्रशिक्षण में ये तीनों चीज चाहिये तभी व्यक्तित्व निखर सकता है।इसी अवसर पर विशिष्ट अतिथि रोटरी इण्टरनेशनल के पूर्व मण्डायुक्त विनय अस्थाना ने कहा कि इस प्रशिक्षण से लड़किया सुरक्षित महसूस करेंगी और अपना बदला स्वयं ले सकेगी।
मंचसंचालन डॉ. संध्या शर्मा कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना ने किया। धन्यवाद ज्ञापन रोटरी ब्रह्ममावर्त अध्यक्ष प्रीति अवस्थी ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय की सभी वरिष्ठ शिक्षिकाएं उपस्थित रही। एन.एस.एस. यूनिट प्रथम की सदस्या डॉ. जबा कुसुम सिंह और डॉ. निशा सिवाल एवं एन.सी.सी. प्रभारी डॉ. मंजू भारती ने अपना सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर अरूण सिंघानिया, डॉ. भक्ति विजय शुक्ला, सुरेन्द्र राठौर, मंयक गहोई, उदिता शर्मा, समारोह में स्वयं सेविकाओं को सम्मानित किया गया, जिनमें हर्षिता यादव, मुस्कान गुप्ता, मोहिनी, तवब्सुम नाज, अंकिशा तिवारी, शिवानी यादव, आर्या कटियार, श्रेया इत्यादि थी।