टीबी मरीज को गोद लेने के लिए स्वयंसेवी संस्थाएं और सक्षम व्यक्ति आगे आएं-जिलाधिकारी
सेवा पखवाड़े के दौरान 25 क्षय रोगियों को पोषाहार व 21 निक्षय मित्रों को प्रमाण पत्र दिए गए
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस इटावा , गांधी जयंती के अवसर पर रविवार को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाये जा रहे ‘टीबी मुक्त भारत अभियान’ के अंतर्गत सेवा पखवाड़े में टीबी मरीजों को गोद लेने का कार्यक्रम जिला क्षय रोग विभाग कार्यालय पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिलाधिकारी अश्विनी रॉय ने कहा की समाज का कोई भी सक्षम व्यक्ति व स्वयंसेवी संस्थाएं जरूरदमंद टीबी मरीज को गोद लेकर उन्हें इस बीमारी से छुटकारा दिलाने में अपनी भूमिका अदा कर सकता है। ऐसे व्यक्ति को बस मरीज के इलाज के दौरान उसके सही पोषण का ख्याल रखना होगा। इस दौरान जिलाधिकारी महोदय, उप जिलाधिकारी-विक्रम राघव,सिटी मजिस्ट्रेट-राजेंद्र प्रसाद सहित अन्य पदाधिकारियों ने 25 क्षय रोगियों को पोषण किट प्रदान की व क्षय रोगियों को गोद लेने पर भारत विकास परिषद,इंडियन मेडिकल एसोसिएशन , वारसी सेवा सदन, जिला जेल अधीक्षक रामधनी सिंह ,समाजसेवी राम शरण गुप्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षकों सहित 21 निक्षय मित्रों को प्रमाण पत्र भी दिए गए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गीता राम ने कहा कि टीबी मरीजों को शासन की ओर से निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपए दिए जाते हैं। अगर सक्षम लोग मरीजों को गोद लेकर उनके उच्च पोषण का जिम्मा उठाते हैं तो इससे मरीज और भी जल्दी इस बीमारी से उबर सकता है। इसके लिए निक्षय मित्र बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन घरों में क्षय रोगी है, उनके घर और परिवार वाले भी क्षय रोग की जांच जरूर करवा लें। समय से इलाज से टीबी का खात्मा किया जा सकता है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ शिवचरण ने कहा टीबी रोगियों की उचित देखभाल के लिए उन्हें सरकारी विभागों, सामाजिक संस्थाओं व अन्य समाजसेवियों को गोद दिया जा रहा है। जनपद में अब तक 564 टीबी रोगियों को गोद लिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि आज के कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी ललिता यादव ने 5 बच्चे समाजसेवी राम शरण गुप्ता ने 10 बच्चे उदी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने 10 बच्चे गोद लिए।
जिला क्षय रोग अधिकारी
ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री की ओर से विशेष मुहिम चलाई जा रही है। इस मुहिम में स्वास्थ्य विभाग के साथ सामाजिक संस्थाएं भी भागीदारीनिभा रही है। जिस तरह संस्थाएं आगे आकर क्षय रोगियों को गोद ले रहे है, उससे उन्हें विश्वास है कि जल्द हम देश को टीबी मुक्त कर पाएंगे।
टीबी क्लीनिक में तैनात जिला समन्वयक कंचन तिवारी व जिला पीपीएम कोऑर्डिनेटर निर्मल सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि टीबी की बीमारी सही समय से सही इलाज से ठीक हो सकती है। टीबी के लक्षण आने पर जल्द इलाज लें।ऐसे लक्षण होने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में जाकर टीबी की जांच कराकर चिकित्सक के निर्देशानुसार पूरा इलाज लें। उन्होंने बताया की वर्तमान में 3249 क्षय रोगियों का इलाज चल रहा है। कार्यक्रम का संचालन डॉ उमेश पटेल के द्वारा किया गया और कार्यक्रम में -एसीएमओ बीएल संजय, आईएमए पूर्व अध्यक्ष डॉ वीके गुप्ता, अध्यक्ष अमिताभ श्रीवास्तव, सचिव डीके सिंह, पूर्व सचिव एससी गुप्ता, डिप्टी सीएमओ डॉ श्रीनिवास यादव डॉ बलराज चिकित्सा अधिकारी सोहम गुप्ता, योगेंद्र सिंह आलोक कुमार आशुतोष गुप्ता अनिल पाल अनस सुलेमान पंकज देवेंद्र दीक्षित के राघवेंद्र सिंह जितेंद्र सिंह वीरेंद्र सिंह संजीव अजय कुमार वैभव त्रिपाठी गोरखपुर वालों विशाल स्नातक सुबोध चौहान,मुन्नी कुशवाहा एवं 6 चिकित्सालय व टीबी क्लीनिक का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।