आयुक्त ने छात्रों के साथ की बातचीत,पढा़ई भोजन व शिक्षकों के बारे ली प्रतिक्रिया |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | छात्रों और शिक्षकों की उपस्थिति की औचक जांच करने करने तथा आम-जनमानस की जीवन यापन से जुड़ी विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति के उद्देश्य से आयुक्त कानपुर मंडल डा0 राजशेखर ने जनपद कानपुर नगर के चौबेपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत विशुनपुर ग्राम दरियापुर के सरकारी मॉडल प्राथमिक विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। आयुक्त द्वारा दी गई टिप्पणियों और निर्देशों के महत्वपूर्ण बिंदु हैं, यह कक्षा 1 से 5 तक का प्राथमिक विद्यालय है।स्कूल में कुल प्रवेश (अड्मिशन) 64 है, लेकिन आज 42 बच्चे ही स्कूल में उपस्थित थे। बच्चों की अनुपस्थिति का कारण पूछने पर हेड मास्टर द्वारा आज एकादशी होने के कारण बच्चो की अनुपस्थिति होना बताया गया। इस पर आयुक्त ने हेडमास्टर को अभिवावकों से बात कर ज्यादा से ज्यादा दिनों में बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने को कहा। इस विद्यालय में एक हेड मास्टर, एक सहायक अध्यापक व 3 शिक्षामित्र समेत कुल 5 शिक्षक हैं तथा निरीक्षण के समय सभी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कुछ बच्चों ने विद्यालय यूनिफार्म, जूते इत्यादि नहीं पहना हुआ था। हेड मास्टर से पूछने पर उनके द्वारा बताया गया कि कुल सभी 64 बच्चों के अभिवावकों के खातों में बच्चों की यूनिफार्म हेतु धनराशि भेज दी गयी है, परन्तु इनमें 16 बच्चों का आधार लिंक न होने एवं शेष 4 बच्चों का आधार कार्ड अभी तक न बन पाने के कारण इन्हें धनराशि प्राप्त नहीं हो सकी है। इस हेतु बच्चों के आधारकार्ड को जल्द से जल्द बनवाये जाने हेतु उनके अभिवावकों से अनुरोध किया गया है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कक्षा- 4 व 5 के बच्चों को स्कूल के बरामदें में बिठाकर पढ़ाया जा रहा है, देखने पर पाया गया कि स्कूल के 2 कमरों में फर्श टूटी हुयी है और उनमें शीलन की समस्या की अधिक्ता के कारण इन कमरों का उपयोग नहीं हो पा रहा है, जो उचित नहीं है। मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया कि ग्राम निधि में अनुमन्य निधि से स्कूल में शीलन की समस्या को दूर कर नवीन फर्श निर्माण, पर्याप्त बिजली व पंखे की व्यवस्था की जाये।इसके अतिरिक्त यह भी पाया गया कि स्कूल में बच्चों व शिक्षकों हेतु बने मल्टीपल हैंडवाश का कार्य भी अधूरा है व स्कूल के ट्वायलेट्स (शौचालय) में अत्यधिक गंदगी होने के कारण ये उपयोग किये जाने की स्थिति में नहीं है। पूछने पर विद्यालय प्रबन्धन द्वारा सफाई कर्मी के द्वारा नियमित सफाई न करना बताया गया है। आयुक्त ने छात्रों के साथ बातचीत की और उनसे पढ़ाई, भोजन व शिक्षकों के बारे में प्रतिक्रिया ली। इस सभी बच्चों से खुशी जताई। स्कूल में संसाधनों व सुविधाओं की कमी होते हुए भी बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण दिये जाने हेतु बच्चों व शिक्षकों द्वारा अच्छा प्रयास किया गया है। इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आयुक्त ने बच्चों व शिक्षकों को कमियो को दूर करते हुए और बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मिठाई वितरित कर उनका उत्साहवर्धन किया।तदोपरान्त आयुक्त ने ग्राम का भ्रमण कर स्थानीय निवासियों से वार्ता उन्हें प्राप्त होने वाली मूलभूत सुविधाओं जैसे- पेंशन व राशन तथा गांव में पर्याप्त साफ-सफाई के बारे में प्रतिक्रिया ली। संज्ञान में आया कि गांव में कुछ लोगों को पात्र होते हुए भी राशन व विभिन्न प्रकार की पेंशन का लाभ प्राप्त नहीं हो पा रहा है।
आयुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी इसका परीक्षण कर गांव में एक कैंप लगवाकर स्थानीय निवासियों की पेंशन व राशन से सम्बन्धित विभिन्न समस्याओं का माह दिसम्बर तक निस्तारण कराये जाने के निर्देश दिये। निरीक्षण में पाया गया कि गांव में पर्याप्त साफ सफाई का अभाव है व सालिड वेस्ट का समुचित निस्तारण नहीं किया जा रहा है, जिस कारण जगह-जगह पर नालियों में अकारण ही जमाव की स्थिति बनी हुयी है। इसके साथ ही गांव में बने सामुदायिक शौचलय भी बन्द पाया गया। इस पर जिलाधिकारी को सम्बन्धित ग्राम पंचायत अधिकारी को उसकी कार्य के प्रति उदासीनता के लिए उसके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही प्रचिलित कर आवश्यक कार्यवाही करते हुये 2 माह में आयुक्त को रिपोर्ट प्रस्तुत करने तथा सफाई कर्मी को उसकी लापरवाही के लिए कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही जिलाधिकारी से गांव को स्वच्छ और स्वस्थ रखने हेतु पर्याप्त साफ-सफाई, सभी पात्र लोगों को राशन व विभिन्न प्रकार की पेंशन का लाभ प्राप्त कराने, स्कूल में शीलन की समस्या के चलते प्रभावित 2 कमरों को ठीक कराने तथा मल्टीपल हैंडवाश के अपूर्ण कराये को पूर्ण कराये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही कराये जाने की अपेक्षा की गयी। उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य जो कमिया पायी गयी है, उनका भी एक माह में सम्बन्धित विभागों को निर्देशित करते हुए सुधारात्मक कार्यवाही कराकर कृत कार्यवाही की आख्या आयुक्त को उपलब्ध कराये जाने निर्देश दिये।
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