ढूंढी राज गणेश के विस्थापन को लेकर अन्नपूर्णा मंदिर महंत ने किया विरोध
*प्रथमेय गणेश जी को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करेगी काशी की जनताऔर अन्नपूर्णा मंदिर प्रबंधन
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस वाराणसी काशी के प्रथमेय ढुंढिराज गणेश जी का मंदिर को हटाने को अन्नपूर्णा मंदिर महंत शंकरपुरी ने सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा की विकास का विरोध नही है पर गणेश जी के जगह के विस्थापन को लेकर कहा की गणेश जी कि मूर्ति यथावत ही रहे।
अन्नपूर्णा महंत ने कहा कि बीती रात विश्वनाथ मंदिर अपनी पीछे की दीवार तोड़ने लगा जिससे की काशी की धार्मिक जनता ने निर्माण को देखते हुए यह चर्चा रहा की गणेश विस्थापन को लेकर जनता दुखी है।
अगर स्थान बदला तो काशी की जनता आंदोलन करने को बाध्य होगी,अगर कोई अनहोनी होती है तो सारी जिम्मेदारी विश्वनाथ मंदिर शासन,प्रशासन की होगी। काशी की जनता से भी गुहार लगाते है कहे कि आगे बड़े प्रथमेय गणेश को लेकर स्वामित्व अन्नपूर्णा मंदिर का भी है। जीर्णोधार और विकास का विरोध नही है पर गणेश जी स्थान परिवर्तन लेकर अन्नपूर्णा मंदिर व काशी की जनता एक है।मौजूदगी चिंतामणि गणेश जी से चंद्रशेखर द्रविण ,अजय शर्मा, प्रदीप श्रीवास्तव, धीरेंद्र सिंह और प्रबंधक काशी मिश्रा रहे।