राधेकृरूण पर फूलो की वर्षा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का हुआ समापन
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। शास्त्री नगर के श्री रामलला गोपाल मन्दिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के अन्तिम दिवस पर रूकमणि विवाह, सुदामा चरित्र , परीक्षित परलोक प्रसंग के बारे व्यास जी द्वारा भक्तो को श्रवण कराया गया।
श्रीमद्भागवत कथा के अन्तिम दिन कथा वाचक आचार्य आर्दश जी महाराज ने कथा में बताया कि किस तरह से राजा परीक्षित का परलोक गमन हुआ। भगवान दत्रात्रेय की 24 गुरूओ की कथा व अगामी होने वाली कलिकाल के परिणाम के बारे में बताया तथा सतयुग आरम्भ विस्तार को प्रकाशित किया। रूकमणि का विवाह बताया। कथा के समापन के दौरान भारी भक्तो की भीड मौजूद रहे रही। इस दौरान भगवान राधाकृष्ण का रूप में बाल कलाकरो का पुष्प वर्षा कर लोगो ने सुन्दर नृत्य किया जिससे उपस्थित सभी भक्तगणा झूम उठेे। कथा में मुख्य रूप से मन्दिर के महन्त 108 श्री बलरामदास जी महाराज एवं मन्दिर के सदस्य महेश श्रीवास्तव, राम कुमार अवस्थी, राम चन्द्र शुक्ल पूर्व उपनिरीक्षक, सी.पी.पाठक, देवेन्द्र अग्निहोत्री , हरी शंकर शर्मा समेत तमाम सहयोगी सदस्यगण मौजूद रहे।