सपा जिलाध्यक्ष ने भाजपा प्रत्याशी को बताया मानसिक बीमार
-कन्नौज से अखिलेश यादव के लड़ने की कही बात
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।कन्नौज संसदीय सीट पर समाजवादी पार्टी की ओर से पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ही प्रत्याशी होंगे। ये बात सपा जिलाध्यक्ष ने कही।इसके अलावा उन्होंने भाजपा सांसद व प्रत्याशी सुब्रत पाठक का दिमागी संतुलन खराब होने की बात भी कही। सपा कार्यालय में आज जिलाध्यक्ष कलीम खां ने आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। यहां उन्होंने कहा कि कन्नौज संसदीय सीट पर खुद पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ही चुनाव लड़ेंगे।उनके लिए पार्टी नेता और कार्यकर्ता पूरे मन से जनसम्पर्क में लगेंगे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने भी इंडी गठबंधन को समर्थन किया है। ऐसे में समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी मिलकर यूपी में चुनाव लड़ेंगी।कांफ्रेंस के दौरान सपा जिलाध्यक्ष कलीम खां ने भाजपा सांसद सुब्रत पाठक का नाम लिए बिना कहा कि कन्नौज में भाजपा प्रत्याशी का मानसिक संतुलन खराब हो चुका है। इसके खिलाफ चुनाव आयोग कार्यवाही करते हुए मुकदमा दर्ज कराए।उन्होंने कहा कि भाजपा प्रत्याशी ने मंच से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए भइया शब्द को भेड़िया कहकर पुकारा। ऐसे भाजपा प्रत्याशी का इलाज कन्नौज की जनता करेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि भाजपा ने कई जगहों पर अपने प्रत्याशी बदले हैं।कुछ जगहों पर तो उनके प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ने से खुद ही इंकार कर दिया। ऐसे में ये भी सम्भव है कि कन्नौज में भाजपा अपने प्रत्याशी को बदल दे। बसपा यहां से अपना प्रत्याशी बदल ही चुकी है।सपा जिलाध्यक्ष कलीम खां ने भाजपा सांसद पर व्यक्तिगत खुन्नस भी निकाली। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद ने मेरी जमीन पर और चकरोड पर एक व्यक्ति का मकान जबरिया बनवा दिया।उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग झूठे मुकदमें लगवाकर, अत्याचार कर के लोगों को अपनी ओर मिला रहे हैं।भाजपा में कई ऐसे लोग हैं जो मजबूरी में उनके साथ हैं और वोट सपा को करते हैं।कन्नौज में हाल ही में समाजवादी पार्टी के कई नेताओं ने भाजपा की सदस्यता गृहण कर ली। इस सवाल का जवाब देते हुए जिलाध्यक्ष कलीम खां ने शायराना अंदाज में कहा कि "खुदा जाने ये मोहब्बत के क्या दस्तूर होते हैं, जिनसे हम मोहब्बत करते हैं, वो जाने क्यों हमसे दूर होते हैं"।उन्होंने कहा कि जो लोग हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से जुड़े थे, वो आज भी उनके साथ है। बाकी जो लोग अलग हो गए,उनको कन्नौज की जनता जानती है।ऐसे लोगों की औकात नहीं थी कि वो लोग फार्च्यूनर पर बैठ सकें।आज उनके पास 2 या 3 फार्च्यूनर हैं। उनमें से कोई कोल्ड मालिक हो गया तो कोई होटल मालिक हो गया।तो आज ये उनकी परिस्थितियां दिख रहीं हैं। जब लोग अपना स्वार्थ जोड़ देते हैं,तभी वह कहीं न कहीं भागते हैं।