कन्नौज से सपा प्रत्याशी के रूप में लोकसभा का चुनाव लडेंगे तेज प्रताप यादव
-आखिर इंतजार की घड़ियां हुईं खत्म,सपा प्रत्याशी पद के लिये हुई तेज प्रताप के चुनाव लड़ने की घोषणा
-मैनपुरी से सांसद रहे चुके हैं कन्नौज से घोषित किये गये सपा प्रत्याशी तेज प्रताप
-अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट से पीछे खींचे कदम,सपाईयों को पार्टी हित और संयम से काम करने के जारी हुये निर्देश
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ संदीप शर्मा
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज/तिर्वा संवाददाता।आखिर प्रदेश की सबसे चर्चित सीट कन्नौज से लोकसभा चुनाव 2024 के लिये सोमवार को सपा प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर दी गई।बता दें कि कन्नौज लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने भतीजे तेज प्रताप सिंह के नाम की घोषणा कर दी है।इसके साथ ही कन्नौज सीट से कदम पीछे खींचने के बाद अखिलेश ने कन्नौज से पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों के अलावा सभी सपाइयों को संयम और पार्टी हित में काम करने के निर्देश भी जारी किये हैं।बता दें कि मैनपुरी से सांसद रहे चुके तेज प्रताप सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के भाई रणवीर सिंह के पौत्र भी हैं।तेज प्रताप बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद भी हैं।उनकी शादी लालू प्रसाद यादव की बेटी राजलक्ष्मी से हुई है।बताते चलें कि अभी तक कन्नौज लोकसभा सीट से बीजेपी ने जहां अपने प्रत्याशी के रूप में सुब्रत पाठक को मैदान में उतारा है।वहीं बीएसपी ने मो.इमरान बिन जफर को अपना प्रत्याशी बनाया है।बसपा प्रत्याशी मो.जफर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर पहुंचकर अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया है।लोकसभा सीट कन्नौज की अगर बात की जाय तो,समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाने वाले कन्नौज में अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने बीते दो दशक में अपना डंका बजाया है।लेकिन बीते वर्षों मे यहां के राजनैतिक हालत पूरी तरह बदल चुके हैं।अखिलेश ने 24 साल पहले कन्नौज लोकसभा सीट पर हुये उपचुनाव को जीतकर सियासत में इंट्री ली थी।साल 2004 और 2009 में एकतरफा जीत दिलाकर कन्नौज की जनता नई उनकी हैट्रिक भी लगाई।साल 2012 में यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद अखिलेश ने कन्नौज सीट से इस्तीफा दे दिया था।जिसके बाद उनकी पत्नी डिंपल यादव कन्नौज सीट से चुनाव के बाद निर्विरोध सांसद चुनी गई थीं। साल 2014 में भी कन्नौज से डिंपल सांसद रहीं।लेकिन साल 2019 से सपा का गढ़ कहा जाने वाला कन्नौज दरकने लगा।यहां से साल 2019 के चुनाव में भगवा लहरा गया।और बीजेपी प्रत्याशी सुब्रत पाठक कन्नौज के सांसद बने।बीते समय में यहां बीजेपी का डंका बजा है।विधायक से लेकर सांसद और मंत्री तक बीजेपी के ही होने के बाद कन्नौज में अपना सिक्का जमा चुके हैं।कन्नौज में तेज प्रताप को उतारने को लेकर लखनऊ में पार्टी के नेताओं के साथ हुईं बैठक के बाद अखिलेश यादव ने कन्नौज से तेज प्रताप को चुनाव लड़ाये जाने का फैसला किया है।अखिलेश कहां से लड़ेंगे या नहीं लड़ेंगे यह अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है।फिलहाल कन्नौज में तेज प्रताप को सपा का प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।