पुराने गंगा पुल के गेट का होगा रेस्टोरेशन
U-नगर आयुक्त ने मे0 विजया इन्टेक को कार्य की दी अनुमति
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन ने नगर निगम मुख्यालय स्थित सभागार में मेसर्स विजया इन्टेक के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में पुराने गंगापुल पर विस्तृत चर्चा करते हुए इसके निरीक्षण की अनुमति मांगी गयी। जिस पर नगर आयुक्त के निर्देश पर दिवाकर भाष्कर जोनल अभियन्ता-2 ने पुराने गंगा पुल का निरीक्षण मेसर्स विजया इन्फ्रोटेक की टीम के साथ किया।
निरीक्षणोपरान्त संदर्भित कम्पनी गंगा पुल में चल रहे कार्यो से प्रभावित होकर अपने योगदान के संबंध में नगर आयुक्त से वार्ता की। मेसर्स विजया इन्फ्रोटेक पुराने स्मारकों के रेस्टोरेशन पुनः निर्माण के लिये प्रसिद्ध है। नगर निगम ने मे0 विजया को काम करने की अनुमति देने के साथ अपने इंजीनियरिंग डिवीजन के माध्यम से गेटवे के आसपास के विकास और रोशनी को भी मंजूरी दी।
बता दें, कि गंगा नदी पर बना डबल टियर पुल और गेटवे दोनों ही 1875 ई. में बने थे। दोनों ही स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़े हैं। विद्रोहियों के हमले के डर से, पुल का निर्माण छावनी के करीब किया गया था। अंग्रेजी ईंटों से बने गेटवे में कई छेद और कई गन होल रणनीतिक रूप से बनाए गए हैं। एक खंभे में क्षति के कारण 2020 में पुल को बंद कर दिया गया था और गेटवे को भी छोड़ दिया गया था। ईंट की दीवार में दरारें आ गईं और साइट पर मलबा भर गया। हेरिटेज संरक्षण के क्षेत्र में एक प्रमुख गैर सरकारी संगठन (इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज) ने अपने स्वयं के लगभग 15 लाख के फंड से गेटवे की मरम्मत और जीर्णोद्धार के लिए आगे आया। 27 अप्रैल को आईएनटीएफएसीएच की टीम साइट पर काम का निरीक्षण कर नगर आयुक्त से मिली। निर्माण की मूल सामग्री से मेल खाते हुए चूने के गारे से किए जाने वाले जीर्णोद्धार कार्य को पूरा होने में लगभग 2 महीने लगेंगे।नगर आयुक्त ने मे0 विजया इन्टेक को कार्य की अनुमति देते हुए शीघ्र कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिये गये ।