भिक्षा से शिक्षा की ओर बच्चों को ले जाने का प्रयास: डॉ देवेन्द्र शर्मा
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | अध्यक्ष (राज्य मंत्री स्तर), उ0प्र0, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, डॉ0 देवेन्द्र शर्मा द्वारा विकास भवन सभागार में मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आहुत की गयी।
बैठक में अध्यक्ष ने सम्बन्धित को निर्देशित करते हुये कहा कि बच्चों से सम्बन्धित जो भी योजनायें है जैसे-कन्या सुमंगला योजना, स्पॉन्सर योजना इत्यादि सभी योजनाओं का लाभ बच्चों तक पहुॅचे। अध्यक्ष ने बाल आयोग के द्वारा जो भी कार्यक्रम चलाये जा रहे है कि मॉनीटरिंग, वात्सल्य योजना के अन्तर्गत त्रिस्तरीय कमेटी आदि की समीक्षा की। उन्होंने एक युद्ध नशे के विरूद्ध अभियान, नारकोटिक्स विभाग और राज्य बाल संरक्षण आयोग के द्वारा क्रियान्वित और इसमें दी गयी गाइड लाइन की भी समीक्षा की। उन्होंनेे कहा कि विद्यालयों/कॉलेजों के आस-पास 100 मीटर तक पान, बीडी व मसाला आदि की दुकाने प्रतिबन्धित है, ई-सिगरेट पर भी रोक है। पहरी क्लब बनाये जाने की समीक्षा की गयी। नारकोटिक्स की दवाई बच्चे न खरीदे उसके लिये मेडिकल स्टोरों व शराब की दुकानों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगें हैं कि नहीं समीक्षा की गयी। उन्होंने मण्डल के सभी बाल श्रम अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये की जे0जे0 एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही हो, जो बच्चे रेस्क्यू किये जाये उन्हें सी0डब्ल्यू0सी0 के सामने प्रस्तुत किया जाये।उन्होंने कहा कि बाल भिक्षा वृत्ति को लेकर भिक्षा से शिक्षा की ओर बच्चों को ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। भिक्षा वृत्ति में लिप्त परिवारों को भी सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है और स्पॉन्सर योजना से चार हजार रूपये प्रतिमाह सरकार दे रही है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, डी0सी0पी0 (क्राइम) आशीष श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी (भू0/आ0) रिंकी जायसवाल सहित मण्डल के सभी सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।