एक अक्टूबर से पूरे माह चलेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान |
-- सीएमओ कार्यालय में आयोजित हुई पहली अंतर्विभागीय समन्वय बैठक |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | जनपद में एक अक्टूबर से पूरे माह विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा। अभियान के सफल संचालन की तैयारियों को लेकर बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय के एनयूएचएम सभागार में प्रथम अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता कर रहे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक रंजन द्वारा अपील की गई है कि अभियान के सफल संचालन के लिए आपसी समन्वय स्थापित किया जाना बेहद जरूरी है। साथ ही उन स्थानों से भी स्वास्थ्य विभाग की टीम को अवगत कराएं, जहां मच्छर पनपते हैं।
सीएमओ ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि नगर में चिन्हित समस्त हॉट स्पॉट क्षेत्रों के खाली प्लाटों में जल भराव की स्थिति का सर्वेक्षण कराया जाए और जल भराव की स्थिति का सौ फीसदी निराकरण किया जाए। लापरवाही बरतने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि जहां भी जल भराव व जमाव की स्थिति है, उनकी सूची जल कल विभाग को सूचित किया जाए, जिससे जल जमाव का निराकरण किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिन विभागों को जिम्मेदारियां दी गई हैं, उसका अनुपालन सौ फीसदी पूरा होना चाहिए। इसमें किसी भी शिथिलता और लापरवाही पर न की जाए। पूर्व से चिन्हित हॉट स्पॉट क्षेत्रों में सघन अभियान चलाते हुए फोगिंग, छिड़काव, स्क्रीनिंग कैंप आदि समेत जागरूकता गतिविधियां संचालित की जाएं। प्रत्येक गांव और वार्ड में नियमित फोगिंग की जाए। कहीं भी जल भराव की स्थिति पैदा न होने पाए। अभियान की शत प्रतिशत मॉनिटरिंग और समय से रिपोर्टिंग की जाए। जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) अरुण कुमार सिंह ने बताया कि एक अक्टूबर से पूरे माह विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इसी बीच 11 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा। वर्ष-2024 के तृतीय चरण के संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं दस्तक अभियान को विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर संचालित किया जाएगा। अभियान को स्वास्थ्य विभाग समेत 11 अन्य विभाग आपसी समन्वय से संचालित करेंगे।
बैठक में अभियान के नोडल अधिकारी , समस्त एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ, जिला पंचायती राज अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, अधीक्षक, प्रभारी चिकित्साधिकारी, यूनीसेफ के डीएमसी , जल कल, नगर विकास, पंचायती राज व अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।