आयुध निर्माणी की वार्षिक पत्रिका श्रम संचिता का लोकार्पण
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। 14 सितंबर 1949 को देश की संविधान सभा ने एक मत से हिंदी को राजभाषा के रूप में अपनाया था इस परिपेक्ष में आयुध निर्माणी में 14 से 28 सितंबर तक हिंदी पखवाड़ा भव्य रूप से मनाया गया। इस दौरान राजभाषा से संबंधित कई प्रतियोगिताओं का आयोजन संपन्न हुआ जिसमें अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
शनिवार को राजभाषा पखवाड़े के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि कार्यकारी निर्देशक आलोक कुमार ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर आयुध निर्माणी की वार्षिक पत्रिका श्रम संचिता का लोकार्पण करते हुए अपने संबोधन में कहा की मातृभाषा एक सरल भाषा है। आप सभी इस भाषा के गौरव को पहचाने और अपने सभी शासकीय कार्य गौरवपूर्ण तरीके से हिंदी में संपन्न करें, इससे पहले महाप्रबंधक एवं राजभाषा अधिकारी ज्योति त्रिवेदी ने मुख्य अतिथि को पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका सम्मान किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ने आयोजित हुई सभी प्रतियोगिताओं के विजेता अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से संदीप कन्हाई, योगेंद्र कुमार, सुधीर प्रसाद, आरपी त्रिपाठी (सभी महाप्रबंधक) शिव प्रकाश, विजयाकर मिश्रा, विनय अवस्थी आदि के साथ यूनियन, एसोसिएशन के कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।