पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए महिलाओं ने रखा करवा चौथ व्रत |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | महिलाओं ने पति की लंबी आयु के लिए रखा करवा चौथ व्रत बताते चलें कि करवा चौथ हिंदू धर्म में विवाहित महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला एक महत्वपूर्ण व्रत है. यह व्रत पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए किया जाता है. इस व्रत का धार्मिक महत्व तो है ही, साथ ही यह पति-पत्नी के रिश्ते को और मजबूत बनाने में भी मदद करता है. करवा चौथ व्रत का व्रत पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना से किया जाता है. यह व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास को बढ़ाता है.माना जाता है कि यह व्रत महिलाओं को सौभाग्य प्रदान करता है. यह व्रत हिंदू धर्म की परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसलिए यह व्रत भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है और पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है. आइए जानते हैं कि करवा चौथ व्रत क्यों मनाया जाता है.20 या 21 अक्टूबर कब है करवा चौथ का व्रत ? जानें शुभ मुहूर्त, चंद्र अर्घ्य का समय, पूजा विधि, उपाय और महत् : क्यों मनाया जाता है करवा चौथ, क्या है इसके पीछे की कहानी? करवा चौथ का पर्व मुख्य रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु, सुरक्षा, और सुख-समृद्धि के लिए मनाया जाता है. इसका धार्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व है, जो इसे एक विशेष और महत्वपूर्ण त्योहार बनाता है. करवा चौथ के व्रत से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं और कहानियां हैं,जो करवा चौथ व्रत का महत्व और इसे मनाने का कारण बताती हैं.
: करवा चौथ हिंदू धर्म में विवाहित महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला एक महत्वपूर्ण व्रत है. यह व्रत पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए किया जाता है. इस व्रत का धार्मिक महत्व तो है ही, साथ ही यह पति-पत्नी के रिश्ते को और मजबूत बनाने में भी मदद करता है. करवा चौथ व्रत का व्रत पति की लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन की कामना से किया जाता है. यह व्रत पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास को बढ़ाता है.माना जाता है कि यह व्रत महिलाओं को सौभाग्य प्रदान करता है. यह व्रत हिंदू धर्म की परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इसलिए यह व्रत भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है और पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है. आइए जानते हैं कि करवा चौथ व्रत क्यों मनाया जाता है.करवा चौथ पर भद्रा का साया, ऐसे शुरू करें व्रत, जीवन बना रहेगा खुशहाल!