बरसीम चारा पशुओं हेतु अधिक पाचक एवं पौष्टिक : डॉ पीके उपाध्याय
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | सीएसए के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह द्वारा जारी निर्देश के क्रम में आज डेरी एवं पशुपालन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ पीके उपाध्याय ने किसान भाइयों को एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि बरसीम सर्दी के मौसम में पौष्टिक चारे का एक उत्तम स्त्रोत है। इसमें रेशे की मात्रा कम और प्रोटीन की औसत मात्रा 20 से 22 प्रतिशत होती है । इसके चारे की पाचनशीलता 70 से 75 प्रतिशत होती है। इसके अतिरिक्त इसमें कैल्शियम और फॉस्फोरस भी काफी मात्रा में पाये जाते है, जिसके कारण दुधारू पशुओं को अलग से खली-दाना आदि देने की आवश्यकता कम पड़ती है। उन्होंने बताया कि प्रायः यह देखा गया है कि प्रथम कटाई के दौरान कम उपज मिलती है, परन्तु दूसरी और तीसरी कटाई के समय सबसे अधिक उपज मिलती है l किसान भाई बरसीम उपलब्धता के कारण पशुओं को अधिक खिला देते हैं और नुक़सान उठाते हैं | बरसीम अधिक खाने से पशुओं में अफारा रोग हो जाता है। इसलिए सूखे चारे के साथ मिलाकर खिलाएँ या पहले सूखा चारा फिर बरसीम खिलाएँ l बरसीम की बुआई के समय ही यदि इसके बीज के साथ जई और गोभी, सरसो के बीज मिलाकर बोया जाय तो इससे न केवल अधिक मात्रा मे हरा चारा प्राप्त होगा। बल्कि पशु को अफारा रोग की समस्या से छुटकारा भी मिलेगा और चारे की पौष्टिकता, पाचकता भी बढ़ जाएगी |
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