जीआईसी में अखिलेश की जनसभा: भाषण में सपा प्रमुख के केंद्र में रहा योगी का नारा, बटोंगें तो कटोंगें
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। सीसामऊ उपचुनाव में सपा प्रत्याशी के समर्थन में बुधवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जीआईसी ग्राउंड में जनसभा कर पीडीए को मजबूत करने के लिए वोट मांगें। उन्होंने 55 मिनट के भाषण में भाजपा पर तीखे हमले किए। उनके भाषण में भी योगी का नारा बंटेंगे तो करेंगें पर ही केन्द्रित रहा।
जिसमें उन्होंने कहा कि बंटेंगे तो कटेंगे का नारा लोकतांत्रिक नहीं है। नकारात्मक लोग ही ये नारा दे सकते हैं। जैसा अंग्रेजों ने नारा दिया, वैसा ये भी दे रहे। अंग्रेज तो चले गए, लेकिन उनके वचनवंशी आज भी वैसा नारा दे रहे हैं। जो हमें और दूसरे लोगों को माफिया, अपराधी और गुंडा कहते हैं। मुझे लगता है कि ऐसे लोग घर से निकलते समय आइना नहीं देखते।आज तक पुलिस चोर को पकड़ रही थी। आज पुलिस अपनी ही पुलिस को पकड़ रही है। प्रधान सांसदजी के क्षेत्र में पता चला कि जुआ चल रहा था। पुलिस के लोग गए और पूरा पैसा लेकर चले आए।
उन्होंने कहा हमारे मुख्यमंत्री पीडीए के बारे में नहीं जानते। उन्होंने जो पीडीए का फुल फॉर्म बताया, मैं सुनकर घबरा गया कि ये एच कहां से आ गया। ये डबल इंजन नहीं है। पहले तो इंजन-इंजन से टकरा रहा था। अब तो पूरा प्रदेश जान गया है कि दिल्ली वाला इंजन, प्रदेश वाले इंजन को टक्कर मार रहा है। उन्होंने कहा आज के बाद उनका बुलडोजर हमेशा के लिए गैराज में खड़ा हो जाएगा। किसी का घर नहीं टूटेगा। अब तो इन्हीं की सरकार के पूर्व डीजीपी पुलिस को कह रहे हैं कि आज जो आप एनकाउंटर कर रहे हो, कल जब जांच में पकड़े जाओगे तो मदद के लिए कोई नहीं आएगा।
- खाली कुर्सियों से घबराये सपाई
जीआईसी ग्राउंड की रैली में पाँच हजार कुर्सियां लगाई गई थीं, सिर्फ दो हजार ही लोग पहुंचे। जबबकि अंदेशा था कि 15- से 20 हजार का था। आयोजन टीम पर सभी की उंगली उठ रही है। धही, कुछ का कहना था जनसभा स्थल बदलने के कारण बहुत से लोग को जानकारी नहीं दी जा सकी।अब देखना यह होगा यदि जनसभा में भीड़ की ही तरह अगर मतदान के दिन भी यही स्थिति रही तो कैसे संभलेगा सपा का सीसामऊ किला। वहीं, यह देखकर सपा प्रत्याशी भी हैरान रह गईं। मंच से उतरते ही अखिलेश से मिलने के लिए कार्यकर्ताओं में होड़ लग गई। अखिलेश के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हटाने की कोशिश की, तो कार्यकर्ता उनसे भिड़ गए। सुरक्षाकर्मियों ने पुलिस वालों को बुलाया, लेकिन पुलिसकर्मी नहीं आए। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने कार्यकर्ताओं को धक्का देकर हटाया। इस बीच सपा विधायक अमिताभ बाजपेई भी अखिलेश के सुरक्षाकर्मियों से भिड़ गए। सुरक्षाकर्मियों के धक्के में वह गिरते-गिरते बचे।