सीसामऊ में नसीम के आंसूओं ने मतदाताओं की भावनाओं को कुरेदा
U-8 हजार 629 वोट से सपा की नसीम सोलंकी बनी विधायक
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर।नौ सीटों में स्थित सीटें जीत कर भाजपा ने स्कोर तो बढ़ाया, परंतु सीतामऊ पर उनके इरादे धरे रह गये। करीना मंत्री सुरेश खन्ना के बयानों पर मतदाताओं ने उनको मायूस किया। सीसाबऊ चुनाव में मतगणना के पहले राउंड की गिनती में सपा की नसीम सोलकी आगे हुई तो फिर स्पीड पकड़ती चली गई। इसके बाद हर राउंड में सपा की लीड बढ़ती चली गई। इससे बीजेपी नेताओं और समर्थकों में मायूसी छा गई।
भारतीय जनता पार्टी ने जिस अक्रामक ढंग से सीसामउ विधानसभा की घेराबंदी करके चुनाव लड़ा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वयं जनसभा और रोड शो किए। कानपुर के सरकारी विभागों ने मुस्लिम इलाकों में दबिश, छापे और कार्रवाई के नाम पर लोगों को खूब सताया और उनके उगाही की गई। इससे भाजपा के खिलाफ मतदाता एकजुट होता गया। यहां तक वोटिंग वाले दिन भी मतदाताओं को धमकाना, पुलिस कर्मियों द्वारा पर्चिया फाड़ना और अन्य तरह परेशान करने के वीडियो आए थे। वहीं, सपा मुखिया अखिलेश यादव की शिकायत पर एक दारोग और सिपाही को निलंबित कर दिया गया था। आयोग की कार्रवाई से प्रशासन ने अचानक डाउन हुआ मुस्लिम बेल्ट में दोपहर बाद हुई जमकर वोटिंग ने भाजपा की किलेबंदी को नेस्तनाबूद कर दिया। इरफान सोलंकी की जिस तरह से आरोपित करके जेल भेजा गया, उनके परिवार के साथ जो व्यवहार हुआ यह उनके समर्थकों को रास नहीं आ रहा था। मुस्लिम के साथ साथ अन्य दलों के लोग भी इस तरह की कार्रवाई से असहमत थे लेकिन प्रशासन और कानून के आगे जुवां खोलने की हिम्मत कौन करें। उपचुनाव में जिस तरह से सपा ने वापसी की इससे लग रहा है आने वाले समय में भाजपा को अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव करना होगा।