नौनिहालों को मिलेगी पल्स पोलियो और विटामिन ए की खुराक |
-4 दिसम्बर से विटामिन ए सम्पूरक कार्यक्रम व आठ से शुरू होगा पल्स पोलियो अभियान |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | विटामिन ए का सेवन बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ- साथ विभिन्न बीमारियों से भी बचाव करता है ।
इसी उद्देश्य से जनपद में नौ माह से पाँच वर्ष तक के 4.68 लाख बच्चों को ‘विटामिन-ए’ की खुराक पिलाने के लिए आगामी बुधवार से ‘विटामिन ए सम्पूरण’ कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा। साथ ही शून्य से पाँच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक देने के लिए पल्स पोलियो अभियान का बूथ दिवस 8 दिसम्बर रविवार को आयोजित होगा। इस बार पाँच लाख से अधिक बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। इन दोनों ही अभियानों के सफ़ल क्रियान्वयन के लिए गुरुवार को प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित हुआ। रामदेवी स्थित मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ यूबी सिंह ने की।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष दो चरणों में छह माह के अंतराल पर आयोजित किया जाता है। इसमें नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक से आच्छादित किया जाता है। इस क्रम में 4 दिसम्बर से यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा जो कि अगले एक माह तीन जनवरी तक चलेगा। साथ ही बताया कि पल्स पोलियो अभियान में 8 दिसम्बर को करीब 2077 बूथ बनाए जाएंगे, जहां बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। इसके बाद 9 से 13 दिसम्बर तक टीम घर घर जाकर शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाएंगी। 16 दिसंबर को बी-टीम द्वारा शेष बचे हुए बच्चों को कवर किया जायेगा। इसके लिए 1813 टीम बनाई गई हैं जो लक्षित 5.63 लाख बच्चों को दवा पिलाने का कार्य करेंगी। रोजाना शाम को ब्लाक स्तर के नोडल अधिकारियों द्वारा अभियान का फीडबैक लिया जाएगा और अभियान की समीक्षा होगी।डॉ सिंह ने कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संचालन के संबंध में स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस विभाग को संयुक्त रूप से दिशा-निर्देश दिए । उन्होंने बताया कि अभियान से जुड़े दोनों विभागों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे वह ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी) सत्रों में नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को निर्धारित मात्रा में विटामिन ए की खुराक पिला सकें और उसका सही ढंग से अनुसरण कर सकें। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) केशहरी समन्वयक अरशद अली ने प्रशिक्षण देते हुए कहा कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान नवजात शिशु को पोलियो की खुराक पिलाने पर विशेष ध्यान दिया जाए एवं खुराक पिलाने के पश्चात नियमित टीकाकरण की ड्यू लिस्ट में समाहित किया जाये। मुख्य ट्रांजिट स्थलों जैसे बस स्टैंड रेलवे स्टेशन एवं चौक चौराहों से गुजरने वाले बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए प्रतिरक्षण सुनिश्चित किया जाए। ट्रांजिट स्थलों पर प्रशिक्षित टीका कर्मियों को ही कार्य पर लगाया जाएगा। साथ ही विटामिन ए सम्पूर्ण कार्यक्रम के संचालन के दौरान प्रत्येक बुधवार और शनिवार को आयोजित होने वाले वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी सत्रों पर नौ माह से पाँच वर्ष तक के 4,68,609 बच्चों को अलग-अलग चम्मचों से विटामिन ए खुराक पिलायी जाएगी।इस दौरान समस्त शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों के मेडिकल ऑफिसर्स सहित सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और यूएनडीपी के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।माइक्रोप्लान बनाने का दिया गया है निर्देश अभियान को सफल बनाने के लिए मुख्य ट्रांजिट स्थलों पर कार्य करने वाले टीकाकर्मियों के चयन एवं प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देने, आबादी की निगरानी करते हुए उनके बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने पर विशेष ध्यान देने संबंधी माइक्रो प्लान तैयार करने को कहा गया है। अभियान के दौरान दूर-दराज के क्षेत्रों के बच्चों को विशेष रूप से पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। इसकी निगरानी के लिए विशेष टीम का गठन होगा। पिछले पोलियो चक्र की उपलब्धि ओपीवी यानि ओरल पोलियो वैक्सीन संस्थागत प्रसव के दौरान इसे जन्म के समय मुंह से दिया जाता है, फिर प्राथमिक तीन खुराकों को छह, दस और चौदह सप्ताह और एक बूस्टर खुराक सौलह से चौबीस महीने की आयु में दी जाती है। पांच साल की उम्र में दूसरा बूस्टर डोज दी जाती है।पिछले वर्ष दिसंबर माह में चले पोलियो चक्र में शून्य से पाँच वर्ष तक के कुल 5.51 लाख बच्चों को पोलियो से प्रतिरक्षित किया गया।