8 माह की रैंकिंग में कानपुर जोन 07 बार प्रथम रैंक हुई हासिल
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | माह नवम्बर वर्ष-2024 की प्रदेश स्तरीय जनसुनवाई समाधान प्रणाली ( आईजीआरएस ) के मासिक मूल्यांकन में कानपुर जोन आया प्रथम उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जनसमस्याओं के गुणवत्तापूर्ण, त्वरित, प्रभावी एवं पारदर्शी निस्तारण हेतु संचालित जनसुनवाई समाधान प्रणाली (आईजीआरएस) सम्बन्धी शिकायतों के समयबद्ध गुणवत्तापूर्ण / त्वरित निस्तारण के उद्देश्य से जनता के द्वारा विभिन्न माध्यमों से दिये गये जनशिकायती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण की मासिक समीक्षा प्रत्येक नाह शासन स्तर पर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा की जाती है। आवेदको द्वारा पोर्टल पर प्रस्तुत प्रार्थना पत्र प्राप्त होने से लेकर जांच के विभिन्न पहलुओं तथा आवेदक के विधिक दृष्टिकोण से संतुष्ट होने तक विभिन्न मानकों/बिन्दुओं पर शासन द्वारा मूल्यांकन कर प्रदेश स्तर पर थाने से लेकर अपर पुलिस महानिदेशक तक की रैंकिंग निर्धारित की जाती है। माह नवम्बर-2024 में भी जनसुनवाई समाधान प्रणाली (आईजीआरएस) के अन्र्तगत प्राप्त जनशिकायतों के निस्तारण का गहन मूल्यांकन प्रदेश स्तर पर किया गया।
उक्त मूल्यांकन में कानपुर जोन, कानपुर को पूर्व माह की भांति माह नवम्बर में भी जनसुनवाई समाधान प्रणाली (आईजीआरएस) के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के निष्पादन में प्रदेश स्तर पर प्रथम रैंक प्राप्त हुयी है। इसके अतिरिक्त कानपुर जोन के पर्यवेक्षणाधीन कानपुर परिक्षेत्र एवं झॉसी परिक्षेत्र तथा जनपद कानपुर देहात, इटावा, फतेहगढ़, जालौन व ललितपुर को भी जनसुनवाई समाधान प्रणाली (आईजीआरएस) के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में प्रदेश स्तर पर प्रथम रैंक प्राप्त हुयी है। इसी प्रकार कानपुर जोन के मूल्यांकन किये जा रहे कुल 139 थानों में से 125 थानों ने प्रथम रैंक प्राप्त कर अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2024 में जारी 08 माह की रैकिंग में कानपुर जोन को 07 बार प्रथम रैंक प्राप्त हुयी है, जो जनसुनवाई के प्रति शासन की मंशा के अनुरूप कानपुर जोन पुलिस के द्वारा बेहतर कार्य प्रणाली को प्रदर्शित करता है जनसुनवाई समाधान प्रणाली (आईजीआरएस) पर प्राप्त शिकायतों के उचित निस्तारण में अपेक्षित स्तर की गुणवत्तापूर्ण कार्यवाही हेतु, अधिकारियों/ थाना प्रभारियों को कार्यप्रणाली में तत्काल गुणात्मक सुधार लाकर शासन की मशानुरूप गुणवत्तापरक एवं समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित कराते हुये शत् प्रतिशत मूल्यांकन प्राप्तांक प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया है।