बेदर्द मां ने नवजात को छोडा, डाक्टरो बने पालनहार
U- शिशु के स्वस्थ्य होने के बाद भेजा राजकीय बाल गृह
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। कलयुग में मां किस तरह से बेदर्द हो सकती है इसका जीता जागता प्रमाण सामने है। ऐसा कोई पहली बार नही हो रहा है कि कोई बेदर्द मां अपने नवजात को इस तरह छोड कर चली गई हो। लेकिन मां की ममता से महरूम न हो इसके लिए डाक्टरो ने हमेशा मानवता का परिचय दिया है जिससे किसी बच्चे का भविष्य आगे चल कर खराब न हो। ऐसा ही एक मामला जीएसवीएम मेडिकल कालेज के बालरोग चिकित्सालय के एस.एन.सी.यू में आया था। बीते 22 अक्टूबर,2024 को एक महिला ने अपने नवजात शिशु (बालिका) को अपर इण्डिया शुगर एक्सचेज जच्चा बच्चा अस्पताल में जन्म देने के बाद उसे बालरोग मे डॉ ए.के.आर्या की यूनिट में भर्ती कराकर छोड कर चली गई। शिशु की मां जब लौट कर नही आयी तो डाक्टरो ने शिशु का उपचार किया और उसके स्वस्थ्य होने के बाद डॉ विनय कुमार सीएमएस बालरोग ने बाल कल्याण समिति कानपुर देहात तथा कानपुर नगर से शिशु कें भरण पोषण के लिए नामित संस्था से पत्राचार किया। जिसके क्रम में बुधवार को 11ः30 बजे डॉ विनय कुमार , मुख्य चिकित्त्सा अधीक्षक बाल रोग विभाग, विभागध्यक्ष डॉ ए.के.आर्या एवं विभाग के अन्य रेजीडेंट्स सहित बाल रोग की सहायक नर्सिंग अधीक्षिका श्रीमती राजकुमारी खरवार, सिस्टर इंचार्ज एस.एन.सी.यू श्रीमती उषा तथा अन्य कर्मचारियों द्वारा राजकीय बाल गृह शिशु (बालिका) यूनिट-1 स्वरूप नगर कानपुर को भरण पोषण हेतू उन्हें सौपं दिया। विभागध्यक्ष डॉ ए.के.आर्या एवं सीएमएस डॉ विनय कुमार ने शिशु का नामकरण कर उसका नाम “पलक" दिया। शिशु की विदाई के समय उपस्थित सभी की आंखे नम हो गई।