लू लहर से बचाव और प्राथमिक उपचार पुलिस कांस्टेबल को दिया
U-स्वर्णिम समय में सहायता दे कर बचाया जा सकता है जीवन
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | पुलिस आयुक्त के निर्देशन में पुलिस कमिश्नर के कार्यालय सभगार में इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी कानपुर द्वारा लू लहर से बचाव और प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण पुलिस कांस्टेबल को दिया गया प्रशिक्षण मुख्य प्रशिक्षक आपदा प्रबंधन एवं मास्टर ट्रेनर रेड क्रॉस लखन शुक्ला द्वारा दिया गया प्रशिक्षण में लखन शुक्ला ने बताया तेज धूप और गर्म हवाओं में निकलने से बचें यदि किसी कारण तेज गर्मी में घर से बाहर निकलना पड़े तो नींबू पानी या इलेक्ट्रॉल पीकर निकलें.शरीर में फ्लूइड की मात्रा को पूरा करने के लिए सिर्फ ताजे पानी पर निर्भर ना रहें. बल्कि ठंडा दूध और नारियल पानी जैसे देसी पेय जरूर पिएं.सोडा, कोल्ड ड्रिंक, कॉफी और चाय से जितना हो सके दूर रहें. ये शरीर में पानी की मात्रा को कम करने काम करती है. इससे लू लगने की आशंका बढ़ जाती है. फुल बाजू के कपड़े पहनें.धूप से बचाव के लिए छाते का उपयोग करें. सिर को तौलिया से ठंडे या हैट पहनें.नाक और मुंह के हिस्से को मास्क से कवर रखें या फिर
यदि कोई एक्सीडेंट या आपदा में घायल होता है तो हमें उसकी मदद करनी चाहिए जिसके लिए लुक लिसेन एंड फील पद्धति द्वारा मरीज की स्थिति को देखते हैं प्रशिक्षण में सीपीआर द्वारा कृत्रिम श्वास देकर मरीज के जीवन को कैसे बचाये का डेमो दिया गया किसी घटना दुर्घटना के तीन कारण लापरवाही अज्ञानता जल्दबाजी है घायलों के मरने का सबसे बड़ा कारण समय पर उन्हें फस्ट एड नहीं मिल पाती है यदि हम घायल को गोल्डन आवर में मदद दे सबसे पहले रक्तस्राव को रोके रक्तश्राव रोकने हेतु तिकोनी पट्टी का प्रयोग बताया गया सी पी आर द्वारा कृतिम श्वांस के माध्यम से जीवन बचाने के तरीके सिखाया श्री शुक्ला द्वारा सी पी आर के माध्यम से हृदय गति के मरीजों को कृतिम श्वास इलेक्ट्रिक अटेक बर्न एसिड बर्न में प्राथमिक उपचार का डेमो दिया गया, साथ ही टू हैंडसीट थ्री हैंडसीट तथा फोर हैंडसीट द्वारा रेस्कू कर घायल को ट्रांसपोर्ट करने का लाइव डेमो दिया गया, इस दौरान महिला और पुरुष कांस्टेबल द्वारा कंबल का स्ट्रेचर बनाकर घायलो को लेने का डेमो दिया गया बोरी से स्ट्रेचर बनाया गया |