महिला चिकित्सकों ने महिलाओं में बांझपन का कारण, निवारण पर विस्तार से डाला प्रकाश
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | ओब्स एंड गाइनी सोसाइटी द्वारा होटल रॉयल क्लिफ, स्वरूप नगर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी की वक्ता कानपुर की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रीता मित्तल थी जिनके द्वारा महिलाओं में बांझपन का कारण, निवारण पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। डॉ. मीरा अग्रिहोत्री ने बताया की बांझपन के कई कारण हो सकते हैं, जो पुरुष और महिला दोनों में अलग-अलग हो सकते हैं। महिलाओं में, सबसे आम कारण ओव्यूलेशन संबंधी समस्याएं है, जैसे कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) या हाइपोथैलेमिक अमेनोरेरिया। पुरुषों में, शुक्राणु की गुणवत्ता या संख्या में कमी, हार्मोनल असंतुलन, या प्रजनन अंगों में कोई संरचनात्मक समस्या बांझपन का कारण बन सकती है। बांझपन से पीड़ित महिलाओं को क्या आहार लेना चाहिए और उनका क्या प्रभाव प्रजनन स्वास्थ्य पर होता है इस महत्व पूर्ण विषय पर विस्तार से चर्चा बॉम्बे से आए वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रतीक तांबे द्वारा दिया गया। डॉ. नीलम मिश्रा ने बताया की प्रजनन आहार कोई परिष्कृत भोजन योजना नहीं है। यह महिलाओं में प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए एक आहार है जो आवश्यक विटामिन, खनिज, काब्र्ब्स और स्वस्थ वसा से भरपूर और संतुलित है। इससे गर्भधारण और स्वस्थ गर्भावस्था की संभावना में सुधार होता है। अधिक स्वस्थ वसा (जैसे धी, एवोकाडो, आदि) शामिल करें, प्रसंस्कृत वसा (जैसे पनीर) से बचें।अपनी प्लेट का एक बड़ा हिस्सा सब्जियों, फलों और पौधों से प्राप्त प्रोटीन (चना, मूंगफली आदि) से भरें। लाल मांस का सेवन सीमित करें।कार्ब्स इतने बुरे नहीं हैं। उच्च फाइबर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (साबुत अनाज) से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। प्रसंस्कृत या सरत कार्ब्स ऐसी चीजें हैं जिनसे आपको दूर रहना चाहिए।आयरन के शाकाहारी स्रोतों जैसे फलियाँ, दाल, टोफू, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज बीज नट्स और कम वसा वाले डेयरी (स्किम्ड या टोंड दूध और दही) को शामिल करें।अपनी दिनचर्या में फोलिक एसिड की खुराक को अवश्य शामिल करें। गोष्टी में डॉ मीरा अग्निहोत्री मुख्य संरक्षिका, डॉ. नीलम मिश्रा अध्यक्ष डॉ. किरन सिन्हा सचिव कानपुर और कानपुर ओब्स एंड गाइनी सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ. कल्पना दीक्षित और सचिव डॉ रेशमा निगम, डॉ. राशि मिश्रा वाईस प्रेजिडेंट कानपुर, डॉ किरन पांडेय, डॉ रेनू गुप्ता, विभाग अध्यक्ष डॉ नीना गुप्ता, डॉ उरूज, डॉ नीना गुप्ता मेट्रो हॉस्पिटल डॉ अपर्णा सक्सेना, डॉ प्रीति निगम व संस्था के लगभग 70 डॉक्टर उपस्थित थे।
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