बिरजी भगत जगन्नाथ मंदिर से निकली शोभा यात्रा
U-कृपा बरसाने निकले स्वामी, गूंजें जय-जयकार
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। शुक्रवार रथयात्रा के पहले दिन पुलिस ब्रशासन और महंतों के बीच चले विवाद से शोभायात्रा नौ बजे के बाद शुरू हुई। जिससे रथयात्रा में बाई की शोभायात्रा में व्यवधान रहा। रथयात्रा में मौजूद सज-संवर के बच्चों को शाम से ही रथों में सवार कर दिया गया था। जब पता चला कि यात्रा नही होगी तो कुछ बच्चों कि जोश भी धाराशाई हो गया, मामला शांत होने के बाद फिर जब यात्रा को हरी झंडी मीली तो आधे-अथूरे जोश से रथों को प्रस्थान किया गया। वही, रथयात्रा के दूसरे दिन बिजली भगत मंदिर के तत्वाधान में सैकड़ों सालों से चली आर रही परंपरा में कृपा बरसाने जगत के नाथ बहन सुभद्रा व भ्रात बलभद्र के साथ रजत जड़ित रथ में विराज कर धूम धाम से निकले।
जनरलगंज स्थित प्राचीन श्री जगन्नाथ जी महाराज मंदिर (बिरजी भगत) से जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा निकाली और ठाकुर भले विराजो जी के जयघोष किया गया। भगवान जगन्नाथ, बहन शुभद्रा और भाई बलभ्रद्र का श्रृंगार कर फूलों से सजी चांदी की पालकी पर उन्हें विराजमान कराया गया। रथयात्रा की आरती भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई, क्षेत्रीय विधायक अमिताभ बाजपेयी, तिरंगा अगरबत्ती समूह के एमडी नरेंद्र शर्मा ने की। जयकारों के साथ उन्होंने रथ खींचकर यात्रा का शुभारंभ किया। भक्तों की टोलियों और गाजे-बाजे के साथ प्रभु जगन्नाथ ने भक्तों को दर्शन देकर कृपा बरसाई। रथयात्रा में वैश्य समाज के 11 मंडलों के पदाधिकारी वाद्य यंत्रों पर मनमोहक धुनों और भजनों की प्रस्तुति देते चल रहे थे। साथ ही इस सजीव झांकियां राधा-कृष्ण, राम दरबार, खाटू श्याम बाबा, मां दुर्गा, बिहारी जी, शंकर भगवान अलग की छंटा बिखेर रहे थे। छोटे-छोटे बच्चे लकड़ी के घोड़े व हाथी पर सज कर सवार थे। जगह-जगह स्वागत में खीर का प्रसाद, आइस्क्रीम, शरबत वितरित किया गया। रथयात्रा में मंदिर प्रबंधक ज्ञानेंद्र गुप्ता, विक्की गुप्ता,आयुष गुप्ता,अंबर गुप्ता,गोपाल जी गुप्त, अभिषेक गुप्त, अंबरीष गुप्त, समीर गुप्त, ज्ञानेंद्र विश्नोई, अरविंद गुप्ता, ऋषि अग्रवाल, पुष्कर विश्नोई, संजय मालानी आदि मोजूद रहे।
-झांकियों ने किया आकर्षित
शोभायात्रा में भगवान की विभिन्न झांकियां लोगों को आकर्षित कर रही थी। स्वामी जगन्नाथ के भजनों पर भक्त झूमते हुए चल रहे थे। जगह-जगह रथयात्रा का स्वागत किया गया। श्री अग्रहरि वैश्य समाज की शोभायात्रा में रथों पर सवार बच्चों ने आकर्षक झांकियों से यात्रा मार्ग में सभी को मोहित किया। जिसमें बच्चे वेशभूषा के साथ देवेद्र उपाध्याय के गाये गीत पर अपने वाद्य यात्रों से ताल मिलाते दिखे।