एकल काव्य पाठ में रचना के जरिए लूटी वाह वाही
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। ख्यातिलब्ध साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था "विकासिका" द्वारा जर्नलिस्ट क्लब अशोक नगर में एक "एकल काव्यपाठ" का आयोजन किया गया जिसमें वरिष्ठ कवियित्री शिखा मिश्रा ने अपने गीत, गज़ल एवं मुक्तकों"आंखों से जो ओझल है मंजर वह दिखा दूंगी, बहते हुए पानी पर तस्वीर बना दूंगी" तुम राहे मोहब्बत में अगर साथ मेरा दे दो, दुनियां से मैं नफरत का नक्श मिटा दूंगी" मैं तेरे बिन नहीं कुछ भी तू ही पहचान मेरी है, इज्जत तेरे घर की तुझी से शान मेरी है" से सभी उपस्थित लोगों को भाव विभोर करते हुए शमां बांध दी खूब मनोरंजन कर आनंदित किया और ढेर सारी तालियां बटोरी। इस अवसर पर संस्था ने उन्हें शाल, स्मृति चिन्ह, माल्यार्पण एवं उपहार देकर सम्मानित किया। एकल काव्यपाठ में शिखा मिश्रा का साथ कवियित्री नीतू पांडेय ने अपनी रचना बहे जो अश्क आंखों से खुद ही पोंछ लेना तुम,कोई पोंछने आया तो हर्जाना वो मांगेगा" सुनाकर वाह वाही लूटी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्ण कांत अवस्थी एवं संचालन श्रवण शुक्ल ने किया। कार्यक्रम में प्रमुखरूप से डॉ. विनोद त्रिपाठी, पूर्व पार्षद विजय नारायन शुक्ला, डॉ. जहान सिंह, राकेन्द्र मोहन तिवारी, डॉ. शशि शुक्ला, सुनीता तिवारी, पूर्णिमा त्रिपाठी, उमेश शुक्ला, अशोक मिश्रा, अंबुज गुप्ता, अनिल त्रिपाठी, हर्षित शुक्ला सहित अनेक कवि, शिक्षाविद् एवं साहित्यकार उपस्थित थे।
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