कुलपति ने किया इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण: मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अतिरिक्त बेड बढ़ाने के दिए निर्देश
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस सैफई।उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस), सैफई के माननीय कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने आज प्रातः 9:30 बजे इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने वार्ड में भर्ती मरीजों से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना और दिए जा रहे उपचार के बारे में जानकारी ली।
निरीक्षण के दौरान कुलपति ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों, रेजिडेंट्स व मेडिकल ऑफिसर्स से संवाद किया तथा उपचार की गुणवत्ता और सेवा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने हेतु अपने सुझाव दिए। उन्होंने माइनर ओटी व ड्रेसिंग रूम में जाकर दर्द निवारक दवाओं की उपलब्धता और उपयोग की स्थिति की समीक्षा की तथा मरीज रजिस्टर का भी अवलोकन किया।
इसके साथ ही कुलपति ने प्राइवेट वार्ड में भर्ती मरीज से भी मुलाकात कर स्वास्थ्य लाभ की जानकारी ली। मरीजों ने विश्वविद्यालय द्वारा दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं पर संतुष्टि व्यक्त की।
माननीय कुलपति ने ट्रॉमा बिल्डिंग के प्रथम तल का निरीक्षण करते हुए इमरजेंसी सेवाओं के विस्तार पर चर्चा की। उन्होंने खाली पड़े स्थानों के प्रभावी उपयोग और अतिरिक्त बेड की संख्या बढ़ाने के उपाय सुझाए। साथ ही स्टाफ को निर्देशित किया कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए स्थान प्रबंधन और सेवा विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जाए।
निरीक्षण के दौरान कुलपति ने ट्राइएज काउंटर पर भी पहुंचकर मरीजों की भर्ती प्रक्रिया की जानकारी ली और आवश्यक सुधार संबंधी सुझाव दिए।
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस), सैफई का ट्रॉमा सेंटर सड़क पर होने वाली दुर्घटनाओं के पीड़ितों को चौबीसों घंटे आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ प्रदान कर रहा है इसी क्रम में यह केंद्र एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस, प्रशिक्षित ट्रॉमा टीम, सर्जिकल एवं क्रिटिकल केयर सुविधाओं से सुसज्जित है, जिससे दुर्घटना पीड़ितों को तत्काल प्राथमिक उपचार और आवश्यक शल्य चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
माननीय कुलपति प्रो. (डा.) अजय सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व एवं जनसेवा की भावना से प्रेरित होकर यूपीयूएमएस ने एक्सप्रेस-वे पर होने वाले दुर्घटना हेतु त्वरित चिकित्सा सुविधा के साथ ही सशक्त व्यवस्था विकसित की है, जिससे अनेक लोगों के जीवन की रक्षा संभव हो रही है।
विश्वविद्यालय द्वारा सड़क सुरक्षा एवं शीघ्र चिकित्सकीय सहायता के महत्व पर जनजागरूकता कार्यक्रम भी निरंतर आयोजित किए जा रहे हैं।