डीएम ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ की बैठक, समय गणना प्रपत्र जमा करने में मांगा सहयोग
*निर्धारित तिथि तक प्रपत्र न देने वाले मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट सूची में नहीं आ पाएंगे
*7 दिन रह गए हैं शेष, 4 दिसंबर है अंतिम तिथि
*मतदाता गणना प्रपत्र समय से जमा करें, अंतिम तिथि की न करें प्रतीक्षा: जिला निर्वाचन अधिकारी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर नगर।कानपुर नगर।जिला निर्वाचन अधिकारी जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत वितरित गणना प्रपत्रों की शत-प्रतिशत समयबद्ध वापसी में सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि गणना प्रपत्र जमा करने की अंतिम तिथि 4 दिसंबर निर्धारित है और अब केवल सात दिन शेष रह गए हैं, जबकि अभी भी बड़ी संख्या में मतदाताओं द्वारा अपने गणना प्रपत्र बीएलओ को वापस नहीं किए गए हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि मतदाता अंतिम तिथि की प्रतीक्षा न करें और समय रहते अपना गणना प्रपत्र अनिवार्य रूप से जमा करें। अंतिम समय में अनावश्यक भीड़ और अव्यवस्था से बचाव के लिए अभी से प्रपत्र लौटाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि जिन मतदाताओं के गणना प्रपत्र 4 दिसंबर तक जमा होंगे, उन्हीं के नाम मतदाता सूची के ड्राफ्ट रोल में शामिल किए जाएंगे। निर्धारित तिथि तक प्रपत्र जमा न करने वाले मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट सूची में शामिल नहीं हो सकेंगे।जिलाधिकारी ने बताया कि यदि किसी मतदाता को 2003 से संबंधित विवरण भरने में कठिनाई हो रही है तो वे केवल हस्ताक्षर कर गणना प्रपत्र बीएलओ को सौंप दे। संबंधित बीएलओ आवश्यक विवरण भरने में सहायता करेंगे और आवश्यकता होने पर स्वयं भी प्रविष्टि करेंगे। मतदाता ऑनलाइन माध्यम से भी गणना प्रपत्र जमा कर सकते हैं।
बैठक में भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस, सीपीआई (एम) सहित सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से आग्रह किया गया कि वे बूथ लेवल एजेंट के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक कर अधिकतम संख्या में गणना प्रपत्र बीएलओ को जमा करा कर प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ विवेक चतुर्वेदी, ईआरओ तथा विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
*विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण में लापरवाही पर पांच एईआरओ से तलब किया स्पष्टीकरण
निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्य में लापरवाही पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी कानपुर नगर जितेन्द्र प्रताप सिंह ने सख्त रुख अपनाया है। प्रथम चरण की समीक्षा में पांच सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की प्रगति जनपदीय औसत से कम पाए जाने पर उनसे स्पष्टीकरण तलब किया गया है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में जनपद में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण की प्रक्रिया संचालित की जा रही है, जिसके अंतर्गत गणना प्रपत्रों का वितरण, संग्रहण एवं डिजिटाइजेशन कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूर्ण किया जाना है
समीक्षा के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि कुछ क्षेत्रों में डिजिटाइजेशन की गति अपेक्षित स्तर से काफी कम है, जो निर्वाचन जैसे संवेदनशील और समयबद्ध कार्य में गंभीर शिथिलता को दर्शाता है। सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी वीरपाल सिंह (जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी), ज्योति यादव (सहायक आयुक्त वाणिज्यकर), यासमीन रहमान (बीईओ, किदवई नगर) और भरत कुमार वर्मा (बीईओ, बिधनू) द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति नहीं कराई गई। वहीं जिला खाद्य विपणन अधिकारी/ सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अजय विक्रम सिंह के स्तर पर भी कार्य में शिथिलता पाई गई। इसके साथ ही समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहना और आनलाइन बैठक को समय से पहले छोड़ना भी गंभीर लापरवाही के रूप में दर्ज किया गया है जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपना स्पष्टीकरण निर्धारित तिथि तक अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। संतोषजनक उत्तर न मिलने की स्थिति में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अंतर्गत कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्य में लगे अन्य सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है कि वे अपने दायित्वों का समयबद्ध और गुणवत्ता के साथ निर्वहन सुनिश्चित करें, अन्यथा उनके विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।