“आरोग्य मंथन–2025” में तीन नई पहलें शुरू, श्रमिकों को मिलेंगी पारदर्शी डिजिटल सेवाएँ
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर नगर।कर्मचारी राज्य बीमा योजना, उत्तर प्रदेश की ओर से गुरुवार शाम एच.बी.टी.यू. (वेस्ट कैंपस) के शताब्दी भवन में “आरोग्य मंथन–2025” कार्यक्रम आयोजित किया गया। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कार्यक्रम में बीमित श्रमिकों के लिए क्यूआर-आधारित माइक्रोसाइट, आरोग्य शक्ति अभियान और आरोग्य संकल्प पत्रिका का शुभारम्भ किया।
अशोका यूनिवर्सिटी के CSBC के सहयोग से विकसित यह माइक्रोसाइट बीमितों को डिजिटल माध्यम से सरल, तेज और पारदर्शी सेवाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम है। महिला बीमितों के स्वास्थ्य संरक्षण को ध्यान में रखते हुए शुरू किए गए आरोग्य शक्ति अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य परीक्षण व जागरूकता शिविर आयोजित किए जाएंगे। वहीं आरोग्य संकल्प पत्रिका में ईएसआई योजना की उपलब्धियों और सेवा-सुधार को व्यापक रूप में दर्ज किया गया है।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव, श्रम एवं सेवायोजन विभाग डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम, विशेष सचिव नीलेश कुमार सिंह, निदेशक ईएसआई योजना सौम्या पाण्डेय सहित ईएसआई निगम, ईपीएफओ, क्षेत्रीय श्रम संस्थान, श्रम विभाग के अधिकारी, चिकित्सक, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टाफ, श्रमिक संगठनों तथा सेवायोजक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बड़ी संख्या में बीमित कामगार भी समारोह में शामिल हुए।
मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि ईएसआई योजना श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए सुरक्षित, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है। नई पहलों से सेवा प्रदायगी में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व और मजबूत होगा। प्रमुख सचिव डॉ. सुन्दरम ने कहा कि यह माइक्रोसाइट योजनाओं की जानकारी को अधिक सुगम बनाएगी, जबकि आरोग्य शक्ति अभियान महिला स्वास्थ्य सुरक्षा को नई दिशा देगा।
निदेशक सौम्या पाण्डेय ने “आरोग्य मंथन–2025” को तकनीक-सक्षम तथा पारदर्शी स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि माइक्रोसाइट, आरोग्य शक्ति अभियान और आरोग्य संकल्प पत्रिका श्रमिकों के स्वास्थ्य संरक्षण को नई गति देंगी और राज्य सरकार के दीर्घकालिक विजन के अनुरूप सेवा स्तर को बेहतर बनाएँगी।
कार्यक्रम में अटल आवासीय विद्यालय और विहान विद्यालय के विद्यार्थियों ने स्वागत गीत और सरस्वती वंदना की आकर्षक प्रस्तुतियाँ दीं।