कानपुर गौशाला सोसाइटी ने 137वां गोपाष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया 
U-जिन घरों में गौ-पूजन होता है, वहां कष्ट दूर रहते हैं: महामंत्री 
U-भगवान कृष्ण ने पर्यावरण संरक्षण और गौ पालन का दिया संदेश:कुलपति  
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। कानपुर गौशाला सोसाइटी ने सोमवार को अन्नपूर्णा भवन एक्सप्रेस रोड स्थित गौशाला परिसर में 137वां गोपाष्टमी महोत्सव उत्साह व श्रद्धा के साथ मनाया। इस आयोजन में महिलाओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में पूजा थाल लेकर गौ माता की पूजा, आरती और परिक्रमा की। गौशाला की बालिका शाखा ने  सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
महामंत्री पुरुषोत्तम लाल तोषनीवाल ने कहा कि गोपाष्टमी कार्यक्रम लगातार 137 वर्षों से आयोजित हो रहा है। उन्होंने कहा कि जिन घरों में गौ-पूजन होता है, वहां कष्ट दूर रहते हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक द्वारा गोपाष्टमी पर कहा कि आज ही के दिन नंद बाबा की अनुमति से बाल कृष्ण ने गौ चराना प्रारंभ किया था, इसी कारण गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है। कार्यक्रम में महापौर प्रमिला पांडेय ने गोपाष्टमी से जुड़ी धार्मिक कथा सुनाई। और उन्होंने बताया कि राधा रानी भी कृष्ण संग गोचर करना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने ग्वाला वेश धारण कर भगवान के साथ वन में प्रवेश किया था। इस आयोजन में शिक्षक विधायक अरुण पाठक ने बताया कि बाल कृष्ण ने माता यशोदा से कहा कि जब गाय जूती नहीं पहनती तो वह भी जूती नहीं पहनेंगे। श्रीकृष्ण नंगे पांव बांसुरी बजाते हुए गायों के साथ चलते थे। कार्यक्रम में फर्म्स सोसाइटीज के उप निबंधक पारस नाथ गुप्ता ने कहा कि गोपाष्टमी पर गायों की पूजा श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय है। उन्होंने लोगों से अपील कि बच्चों को प्रतिदिन भोजन से पहले गौ-ग्रास देने की परंपरा सिखाएं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश गुप्ता ने की तथा संचालन कृष्ण गुप्त बब्बू ने किया।  इस अवसर पर विजय पांडे, काशी प्रसाद शर्मा, सुशील तुलस्यान, धर्म प्रकाश गुप्ता, नीरज दीक्षित, डॉ दिवाकर मिश्रा, धर्मेंद्र सिंह धर्म एडवोकेट, शेषनारायण त्रिवेदी, अमित गुप्ता पार्षद सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।