मैदान में खेलते-खेलते बने साइबर क्राइम के खिलाड़ी
U-मैदान में खेलते-खेलते बने साइबर क्राइम के खिलाड़ी
U-तीन साल में बना डाली लाखों की संपत्ती
कानपुर। ठगी के आरोपी विवेक शर्मा ने ने ठगी की रकम से 1 लाख 23 हजार का बैट और महंगी किट खरीदकर आईपीएल सीजन की तैयारी शुरू कर दी थी। वहीं, उसके साथी अनुज तोमर ने मोहाली में 30 हजार किराए का फ्लैट लिया था। पुलिस को चकमा देने के लिए वे पंजाब के सामान की बुकिंग दिल्ली में लेते थे। कानपुर में कमिश्नरी पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक ठगी का आरोपी विवेक शर्मा शानदार विकेट कीपर और बल्लेबाज है। उसने ठगी की रकम से क्रिकेट की महंगी किटें और स्पोर्ट्स शूज खरीदे थे। एक लाख 23 हजार रुपये का बैट खरीदा था। उसी से आईपीएल के 19वें सीजन की तैयारी कर रहा था।
विवेक की तरह अनुज तोमर को भी महंगे जूते खरीदने, घूमने और खाने की पीने का शौक है। उसने मोहाली में 30 हजार रुपये में किराये पर फ्लैट लिया था। क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने जब उसके फ्लैट में दबिश दी तो उन्हें वहां पर महंगा म्यूजिक सिस्टम, एसी, बिग स्क्रीन और अन्य सामान नजर आए थे। यह सामान ठगी की रकम से हासिल करने की आशंका है।
-पंजाब के लिए मंगाए सामान की बुकिंग लेते थे दिल्ली में
विवेक शर्मा और अनुज तोमर अधिकतर सामान ऑनलाइन मंगवाते थे। पुलिस पकड़ से बचने के लिए पंजाब के लिए मंगवाए सामान की बुकिंग दिल्ली में ही ले लेते थे। बाद में सामान को लोडर या अन्य साधनों से पंजाब के मोहाली या चंडीगढ़ के लिए भेजा जाता था। ऑनलाइन के सामान मंगवाने में अक्सर पते भी बदल दिया करते थे। कई इलेक्ट्रानिक सामान रिश्तेदारों और दोस्तों के घर पर मंगवाए थे।
-घूमना-फिरना, पार्टी करने का रहा शौक
साइबर सेल के प्रभारी शिव कुमार शर्मा ने बताया कि विवेक शर्मा के पिता अग्निशमन सिलिंडर की रिफिलिंग का कार्य करते हैं। पत्नी हाउस वाइफ है। अनुज तोमर के पिता बागपत में किसान हैं। विवेक शर्मा और अनुज तोमर को घूमना-फिरना, पार्टी करने का शौक है। दोनों महंगी गाड़ियों को बुकिंग कराकर शिमला, मनाली, जम्मू समेत देश के अन्य हिस्सों में घूमा करते थे। थार कार विवेक शर्मा के पिता के नाम पर है लेकिन उसको खरीदने में अनुज ने रुपये लगाए थे।
- चंडीगढ़ और मोहाली की पुलिस ने शुरू की जांच
दिल्ली के क्रिकेटर और पंजाब के खिलाड़ी के ठगी के 35 मामलों में नाम सामने आने पर चंडीगढ़ और मोहाली की पुलिस भी सक्रिय हो गई है। उन्होंने कमिश्नरी पुलिस की साइबर सेल के साथ मिलकर आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गिरोह में अन्य लोगों के शामिल होने की संभावना है, जिसकी वजह से जांच जारी है। दिल्ली निवासी मास्टरमाइंड की तलाश भी चल रही है। डीसीपी क्राइम के मुताबिक, दोनों साथ में पढ़ाई करते थे। अनुज मूलरूप से बागपत का रहने वाला है लेकिन दिल्ली में पढ़ाई करता था। दोनों सिंगापुर में नौकरी कर रहे थे। कोविड-19 संक्रमण के दौरान दोनों की नौकरी चली गई जिसके बाद दोनों भारत लौट आए। अनुज की एनसीआर में मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी लग गई जबकि विवेक ने अपना भविष्य बनाने के लिए क्रिकेट में प्रयास जारी रखा। वह पहले भी दिल्ली की ओर से घरेलू क्रिकेट खेला करता था। इस दौरान उसके ऊपर कर्जा होता चला गया। विवेक के घर में एक अन्य युवक किराये पर रहता था। विवेक ने बताया कि उस युवक ने उसकी कई बार पैसे देकर मदद की थी। कर्जा उतारने के लिए ठगी की प्लानिंग समझाई। अनुज बागपत में स्टेट लेवल की रेसलिंग में हिस्सा लेता था। पंजाब में भी कई प्रतियोगिताओं में शामिल हो चुका है। दोनों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
- आईपीएल के लिए खरीदा 1.23 लाख का बैट
कमिश्नरी पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक ठगी का आरोपी विवेक शर्मा शानदार विकेट कीपर और बल्लेबाज है। उसने ठगी की रकम से क्रिकेट की महंगी किट और स्पोर्टस शूज खरीदे थे। एक लाख 23 हजार रुपये का बैट खरीदा था