चार श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन का बीएमएस ने किया स्वागत
-न्यूनतम पेंशन, ईपीएफ व ईएसआई सीमा और बोनस बढ़ाये जाने की माँग |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के प्रतिनिधिमण्डल ने शुक्रवार को केंद्रीय श्रम मंत्री से मुलाकात की और चार श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन का स्वागत करते हुए दो श्रम संहिताओं में कुछ ज़रूरी संशोधन किये जाने की माँग की। भारतीय मजदूर संघ, उत्तर प्रदेश ने चार श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन पर खुशी जताते हुए केंद्र सरकार का आभार जताया है। बीएमएस के प्रदेश महामंत्री अनिल उपाध्याय ने बताया कि संगठन केंद्र सरकार द्वारा चारों लेबर कोड पर ऐतिहासिक निर्णय लिये जाने की हार्दिक सराहना करता है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुखलाल मांडविया को धन्यवाद देता है। सरकार ने देश के कार्यबल के सम्मान, सुरक्षा और कल्याण के उद्देश्य से लंबे समय से प्रतीक्षित चार श्रम संहिताओं को लागू किया है। इसे लेकर संगठन के अखिल भारतीय पदाधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री से मिलापदाधिकारियों ने चार लेबर कोड में से दो कोड, कोड ऑन वेजेस 2019 और कोड ऑन सोशल सिक्योरिटी 2020 का समर्थन किया। बीएमएस ने इन दो कोडों को ऐतिहासिक व क्रांतिकारी बताया है, जो सभी वर्कर्स को लाभ पहुँचाएँगे। हालाँकि संगठन ने अन्य दो कोड, इंडस्ट्रियल रिलेशन्स कोड 2020 और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशन कोड 2020 में कुछ चिंताओं सहित कई श्रम-संबंधी मुद्दों पर विस्तृत माँगपत्र प्रस्तुत किया और आवश्यक संशोधन किये जाने की माँग की। केंद्रीय मंत्री ने बीएमएस को आश्वासन दिया कि सभी जायज़ चिंताओं का समाधान किया जाएगा। यदि आवश्यक हुआ, तो संसद में संशोधन प्रस्तुत करने सहित आवश्यक कदम उठाए जाएँगे।प्रदेश महामंत्री अनिल उपाध्याय ने बताया कि संगठन ने लेबर कोड के संबंध में सरकार से जो माँगें की हैं, उनमें प्रमुख माँगें हैं कि न्यूनतम पेंशन को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 7,500 रुपये करके इसे उपभोक्ता मूल्य सूचकांक से जोड़ा जाए, ईपीएफ सीमा को 15,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये किया जाए, ईएसआई सीमा को 21,000 से बढ़ाकर 42,000 रुपये करने किया जाए और बोनस की गणना 7,000 से बढ़ाकर 14,000 रुपये किया जाए। उन्होंने श्रम मंत्री के सकारात्मक उत्तर के लिए उनका विशेष आभार व्यक्त किया है। धन्यवाद देने वालों में श्रीकांत अवस्थी, संजय प्रताप सिंह, सुरेश यादव आदि शामिल थे।