फाइलेरिया उन्मूलन के लिए जिलाधिकारी ने दिलाई शपथ, खिलाई दवा
*शुरू हो गया घर घर घर फाइलेरिया की दवा खिलाने का अभियान
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस जालौन, 22 नवंबर 2021। फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत घर घर दवा खिलाने के अभियान का आगाज सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय से विधिवत शुरू हो गया है। जिलाधिकारी प्रियंका निरंंजन ने फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सबको दवा खुदखाने और दूसरों को भी दवा खाने के लिए प्रेरित करने की शपथ दिलाई।जिलाधिकारी कार्यालय में स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने विधिवत फाइलेरिया उन्मूलन की वर्चुअल माध्यम से शुरुआत की। इस कार्यक्रम का जिलाधिकारी कार्यालय में लाइव प्रसारण भी किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सबकी भागीदारी जरूरी है। फाइलेरिया की दवा सभी को खानी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने कहा कि फाइलेरिया मच्छर काटने से फैलने वाला रोग है। जिसे सामान्य तौर पर हाथीपांव के नाम से जाना जाता है। यह रोग किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। इसकी रोकथाम के लिए मच्छरों से बचाव करना और साल में एक बार फाइलेरिया की दवा अवश्य खानी है। इन दवाओं का कोई विशेष दुष्प्रभाव नहीं है। केवल दो साल से छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाओं और किसी गंभीर रूप से बीमारी व्यक्ति को इन दवाओं का सेवन नहीं करना है और खाली पेट भी दवा नहीं खानी है। जो भी टीमें लगाई है, वह अपने सामने ही दवाओं का सेवन कराएगी। किसी को बाद में दवा खाने के लिए नहीं देंगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को दवा सेवन के दो घंटे बाद सिरदर्द, जी मिचलाना, उल्टी या चक्की आता है तो वह घबराए, यह माइक्रो फाइलेरिया के लक्षण है। जो खून में फाइलेरिया के मरने के कारण होता है।नोडल अधिकारी डा. एसडी चौधरी ने बताया कि घर घर दवा खिलाने के लिए 1431 टीमें लगाई है। जो करीब 18 लाख से अधिक लोगों को दवा खिलाने का काम करेंगी। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया से बचाव के लिए खुद दवा खाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें। दवा खिलाने के लिए स्कूलों में भी कार्यक्रम होंगे। साथ ही धर्मगुरुओं की भी मदद ली जाएगी। इस दौरान डा. वीरेंद्र सिंह,संजीव प्रभाकर, डा. सुग्रीवबाबू, जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल, डीपीएम डा. प्रेमप्रताप, जिला मलेरिया अधिकारी डा. जीएस स्वर्णकार, सीडीपीओ विमलेश आर्या, पीसीआई के सुनील कुमार गुप्ता, पाथ संस्था के डा, मानस शर्मा आदि मौजूद रहे।