प्रधानमंत्री ने काशी से दिया संदेश,शार्ट कट से देश का भला नहीं हो सकता |
- दिव्य-भव्य-नव्य काशी में आठ सालों से विकास का उत्सव चल रहा है-प्रधानमंत्री |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को काशीवासियों को 1774.34 करोड़ की सौगात दी। उन्होंने 553.76 करोड़ की 30 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं 1220.58 करोड़ की 13 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। डॉ संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम मैदान में आयोजित विशाल जनसभा में उन्होंने काशीवासियों से बनारसी अंदाज में कहा, काशी में कहल जाला सात वार अउर नौ त्योहार होला। कहे क मतलब ई कि एहां रोज-रोज नया-नया त्योहार मनावल जाला। विधानसभा चुनाव में साथ देने के लिए आभार जताया और अभिनंदन किया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी सदा से निरंतर प्रवाहमान रही हैं। उन्होंने कहा कि दिव्य-भव्य-नव्य काशी में आठ सालों से विकास का जो उत्सव चल रहा है, उसे एक बार फिर गति दे रहे हैं। काशी सदा से निरंतर प्रवाहमान रही है। काशी ने एक तस्वीर पूरे देश को दिखाई है जिसमें विरासत भी है, विकास भी है। ऐसी विरासत जिसे भव्य, दिव्य व नव्य बनाने का काम निरंतर जारी है। ऐसा विकास जो काशी की सड़कों गलियों कुंड हो तालाबों घाटों व पाटों, रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक निरंतर गतिमान है। आत्मा वही काया में निरंतर नवीनता लाने का प्रयास काशी में एक प्रोजेक्ट खत्म होता है, तो चार नए शुरू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि आज भी यहां 17 सौ करोड़ से अधिक के दर्जनों प्रोजेक्ट का शिलान्यास हुआ। काशी नें सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा, स्वच्छता व सुंदरीकरण से जुड़ी हजारो करोड़ रुपये की परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं। हजारों करोड़ की परियोजनाओं पर काम जारी है। आत्मा वही काया में निरंतर नवीनता लाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज विकास में गतिशीलता, प्रगतिशीलता व संवेदनशीलता तीनों चीज है। शिक्षा, कौशल, पर्यावरण, स्वच्छता व व्यापार के लिए जब प्रोत्साहन मिलता है, नए संस्थान बनते हैं। आस्था व अध्यात्म से जुड़े स्थानों को जब संवारा जाता है, तो विकास प्रगतिशील होता है। हर एक को बिजली पानी, घर मिलता है तो विकास संवेदनशील होता है। आज विकास में गतिशीलता, प्रगतिशीलता व संवेदनशीलता तीनों चीज है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि काशी के जागरूक नागरिकों ने जिस तरह देश को दिशा देने का काम किया है उससे आनंदित हूं। संदेश दिया है कि शार्ट कट से देश का भला नहीं हो सकता। कुछ नेताओं का भला हो जाए, लेकिन देश व जनता का भला नहीं होता। उन्होंने विशेष रूप जोर देते हुए कहा कि याद है कि 2014 में बाहर से आए लोग सवाल करते थे, यहां इतना कुछ अव्यवस्थित है कैसे ठीक होगा। उनकी चिंता जायज थी। जिधर नजर डालो बदलाव, सुधार की गुंजाइश नजर आती थी। लगता था दशकों से काम हुआ ही नहीं है। ऐसे में लोगों के लिए यह दे-दो जैसे शार्टकट से ज्यादा सोच में न था | इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, केंद्रीय मंत्री डॉ0 महेंद्र नाथ पांडेय, उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, मंत्री रविंद्र जायसवाल, मंत्री दयाशंकर मिश्र “दयालु”, मंत्री गिरीश यादव, सांसद बीपी सरोज, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह सहित अन्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।