शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार से बच्चों का भविष्य बनेगा बेहतर: डीएम
-,डीएम ने कहा -निपुण भारत मिशन के अंतर्गत कक्षा एक से कक्षा पांच तक पढ़ाने वाले शिक्षकों के प्रशिक्षण का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराएं
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में जिला शिक्षा एवं अनुश्रवण समिति की आयोजित बैठक के दौरान कहा है कि कक्षा 3 तक के सभी बच्चों में पढ़ने लिखने और संख्या ज्ञान में ग्रेड स्तर की अपेक्षित योग्यता प्राप्त करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन-निपुण भारत मिशन प्रारंभ किया गया है।राज्य परियोजना द्वारा निपुण भारत के लक्ष्यों को मापन योग्य बनाकर उन्हें प्राप्त करने का लक्ष्य 1 वर्ष कम करके सत्र 2025-26 कर दिया गया है। निपुण भारत मिशन एक मिशन के रुप में कार्य कर रही है।इससे शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार होगा और बच्चो का बेहतर भविष्य बनेगा।उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि निपुण भारत मिशत के अन्तर्गत कक्षा 1 से कक्षा 5 तक पढ़ाने वाले शिक्षको के प्रशिक्षण का कार्य यथाशीघ्र पूर्ण कराये। कहा है कि जहाँ शिक्षको के प्रशिक्षण का कार्य अभी शुरु नही हुआ है, वहां पर शुरु कर दिया जाये।उन्होने कहा कि जैसा शिक्षक का आचरण होगा वैसा ही प्रभाव बच्चो पर होता है,इसलिये प्रशिक्षण के दौरान शिक्षको बताया जाये कि विद्यालयों में बच्चो के साथ अच्छे आचरण के साथ व्यवहार करें।श्री शुक्ल ने कहा है कि आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत 19 पैरामीटर तहत जिन विकासखण्ड के विद्यालयों में पानी की व्यवस्था,शौचालय, ब्लैक बोर्ड,किचन सेड,रैम्प,बिजली आदि की व्यवस्था नही है,वहां पर सभी व्यवस्थायें दुरस्थ करायी जायें। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये।उन्होने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि माह के अंत में सर्वे करें और सभी विद्यालयों यह सुनिश्चित करें कि 19 पैरामीटर के अन्तर्गत कितना कार्य हुआ है और क्या-क्या कार्य कराना शेष है।इसका उल्लेख रजिस्टर पर होना चाहिए।जिन विद्यालयो में किसी प्रकार की कमियां मिलती है तो समय-समय पर मेन्टीनेंस के कार्य पूर्ण कराये जाए।उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाये कि मध्यान्ह भोजन योजना के अन्तर्गत मीनू के तहत विद्यालयों में भोजन बनाया जा रहा है अथवा नही। उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए।इसमें किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो सम्बन्धित के विरुद्ध विधिक कार्यवाही की जाएगी।इस दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कौश्तुभ कुमार, एबीएसए सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।