क्रिसमस डे पर छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम किए प्रस्तुत |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस वाराणसी | बाल विद्यालय माध्यमिक स्कूल एवं आचार्य सीताराम चतुर्वेदी महिला महाविद्यालय, डोमरी,पड़ाव, वाराणसी में राष्ट्रवाद के प्रखर समर्थक, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक, महान समाज सुधारक, शिक्षाविद एवं स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय तथा भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई। सर्वप्रथम दोनों लोगों के चित्र पर उप प्रबंधक मुकुल पांडेय तथा बाल विद्यालय माध्यमिक स्कूल, डोमरी की प्रधानाचार्या नीता त्रिपाठी ने माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। माल्यार्पण के पश्चात संगीत शिक्षक हरेंद्र पांडेय तथा तबला शिक्षक दीपक कुमार मिश्रा की संगत में बच्चों ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय का कुलगीत प्रस्तुत किया। बच्चों ने इस अवसर पर देश प्रेम से जुड़े विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कई बच्चों ने मालवीय की वेशभूषा में कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उप प्रबंधक मुकुल पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी जैसी विभूतियों के द्वारा देश के प्रति किए गए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता तथा बच्चों से यह आग्रह किया कि बच्चे भी इनका अनुसरण कर देश की सेवा में तत्पर रहें। उनके द्वारा संस्थापित काशी हिंदू विश्वविद्यालय आज शिक्षा के क्षेत्र में विश्व भर में अपना परचम लहरा रहा है। इस अवसर पर क्रिसमस का पर्व भी बड़े धूम-धाम से मनाया गया। जिसमें एक शिक्षक ने सेंटा क्लॉज बन कर बच्चों को गिफ्ट वितरित किया। उसके पश्चात बच्चों को मिष्ठान वितरित कर कार्यक्रम का समापन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के छात्र प्रत्यूष दुबे द्वारा किया गया। कार्यक्रम में सभी शिक्षक- शिक्षिकाओं ने बढ़-चढ़कर योगदान दिया। बाल विद्यालय प्रह्लादघाट में महामना पण्डित मदन मोहन मालवीय व अटल विहारी बाजपेयी का जन्मोत्सव बड़े ही उल्लास पूर्वक मनाया गया इस अवसर पर क्रिसमस डें का भी भव्य आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के छात्र छात्राओं ने एक से बढ़ कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये छात्राओं ने महामना व अटल के जीवन पर आधारित नाटकों की प्रस्तुति कर सबको भाव विभोर कर दिया पूरा विद्यालय तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा विद्यालय के उप प्रबन्धक मंजुल पाण्डेय ने आज के महत्व को विस्तार से छात्र छात्राओं को बताया औऱ अपनी शुभ कामनाएं दी।