दानोत्सव यात्रा में सहयोग कर रहे इत्र नगरी के दानवीर
-दानोत्सव यात्रा को लेकर सुगंध नगरी में भरपूर उत्साह
-नगरवासी समिति की कर रहे प्रशंसा
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ प्रिंस श्रीवास्तव
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज संवाददाता।पौराणिक नगरों में गिना जाने वाला कन्नौज नगर का इतिहास भी स्वर्णिम रहा है। छठी शताब्दी में यहां के सम्राट रहे हर्षवर्द्धन को कलियुग का सबसे बड़ा दानवीर माना गया है।कन्नौज वासियों का सिर ऊंचा करने वाली इस बात से पूरा विश्व सहमत है क्योंकि सम्राट हर्ष के समय ही चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत की यात्रा पर आया था और उसने अपने यात्रा व्रतान्त में इस बात का प्रमुखता से उल्लेख भी किया है।उस कालखंड के इतिहासकारों ने कन्नौज के सम्राट हर्षवर्द्धन को उच्चकोटि का धर्मपरायण व प्रजापालक राजा माना है। यह बात सम्राट हर्ष दानोत्सव यात्रा समिति के अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार दिनेश दुबे ने समिति द्वारा बुलाई गई आकस्मिक बैठक को सम्बोधित करते हुए कही।बालाजी गेस्ट हाउस में रविवार की दोपहर संपन्न हुई बैठक को सम्बोधित करते हुए नवाब सिंह यादव ने कहा कि कन्नौज के स्वर्णिम इतिहास से भरे पन्ने पलटने पर पता चलता है कि सम्राट अपने शासनकाल में सम्राट हर्ष जनता से उसकी आय का छठा हिस्सा राजस्व कर के रूप में लेता था।धर्मपरायण व प्रजापालक सम्राट हर्ष प्रतिवर्ष माघ के महीने में प्रयागराज के संगम तट पर स्वयं जाकर साधु-संतों और ब्राम्हणों के साथ ही गरीबों को दान करता था। सनातन सँस्कृति व धार्मिक मान्यता के अनुसार गंगा स्नान करने वाले पवित्र माघ महीने के दौरान स्नान पर्व अर्द्ध कुम्भ, कुम्भ व महाकुंभ के समय कन्नौज सम्राट हर्षवर्धन की दानवीरता का जो उल्लेख इतिहास में दर्ज है उसके मुताबिक सम्राट हर्ष अपने निजी वस्त्र तक गरीबों को दान करने के बाद संगम से स्वयं द्वारा मांगा हुआ एक पुराना वस्त्र धारण कर राजधानी कन्नौज लौटते थे।
श्री यादव ने बताया कि कन्नौज के ऐसे दानवीर सम्राट हर्षवर्धन की उसी गौरवगाथा को जीवंत करने के उद्देश्य से इस समिति ने कन्नौज से प्रयागराज तक प्रति वर्ष सम्राट हर्ष दानोत्सव यात्रा ले जाने का निर्णय लिया है।समिति में समाज के सभी वर्गों का शामिल किया गया है और साधन संपन्न वर्ग से अपेक्षा की गई है कि वो कन्नौज के इस गौरवमयी सामाजिक कार्य में बढ़-चढ़कर सहयोग करे।इस दौरान समिति के संरक्षक व वरिष्ठ पत्रकार स्मरजित अग्निहोत्री ने कहाकि कन्नौज के आम जनमानस का सहयोग प्राप्त करने के लिए समिति के पदाधिकारी घर-घर जायेंगे।इसके लिए रूपरेखा तय की जा चुकी है। शहर के कई प्रतिष्ठित जनों से सम्पर्क स्थापित किया जा चुका है ।वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश शर्मा ने कहा कि दानोत्सव यात्रा के आयोजन से संभ्रांत नागरिकों में उत्साह प्रतीत हो रहा है।समिति के सदस्यों की सुगंध नगरी के दानवीरो से हुई भेंट में प्रतीत हुआ कि वाकई लोगों में दानोत्सव यात्रा को लेकर उत्साह के साथ उत्सुकता है और बढ़ चढ़कर सहयोग के लिए परस्पर लोगों की सहभागिता बढ़ती जा रही है।श्री शर्मा ने बताया कि समिति के पदाधिकारी जल्द ही बाजार भृमण करेंगे और दानोत्सव यात्रा के लिए सामग्री व सहयोग एकत्रित करेंगे।समाजसेवी सुरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि 21 वर्ष पहले पीएसएम डिग्री कॉलेज कन्नौज के वरिष्ठ प्राध्यापक स्मृतिशेष डॉ अवधेश अवस्थी द्वारा डाली गई हर्ष दानोत्सव यात्रा की गौरमयी परम्परा जो टूट गई थी वो अब निर्बाध रूप से जारी रहे इसका प्रयास होना चाहिए क्योंकि ऐसी परम्पराओं से समाज को अच्छी प्रेरणा मिलती है।इस अवसर पर समिति के महासचिव व मीडिया प्रभारी प्रो उमेश चन्द्र द्विवेदी,धर्मवीर पाल, संजय दुबे, रमेश यादव,अमित दुबे,अरविंद सिंह वर्मा,उपेंद्र तिवारी व नंद कुमार कुशवाहा सहित कई समाजसेवी मौजूद रहे ।