आर्य महिला पीजी कॉलेज में युवा महोत्सव 'अभ्युदय' का शानदार आगाज
*नृत्य गीत व संगीत की प्रतियोगिताओं में छात्राओं की शानदार प्रस्तुतियों ने जीता दिल
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस वाराणसी आर्य महिला पीजी कॉलेज में दो दिवसीय युवा महोत्सव 'अभ्युदय' का भव्य आगाज बुधवार को छात्राओं के द्वारा आयोजित विविध कार्यक्रमों के साथ हुआ। छात्राओं के द्वारा गीत, नृत्य और संगीत की शानदार प्रस्तुति ने सभी का दिल जीत लिया, इसके अलावा कई अन्य प्रतियोगिताएं भी हुई जिसमें उन्होंने अपने हुनर का प्रदर्शन किया। इसके पूर्व इस दो दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ मुख्य अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के डीन ऑफ स्टूडेंट प्रोफ़ेसर अनुपम नेमा ने दीप प्रज्वलित कर किया।
मुख्य अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र अधिष्ठाता प्रोफेसर अनुपम कुमार नेमा ने अपने उद्बोधन में कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय अपने युवा छात्र एवं छात्राओं को अपने साथ जोड़ कर रखना अपनी प्राथमिकता में रखता है। कहा कि इस युवा महोत्सव में जो भी विजेता है वो सभी अंतर संकाय युवा महोत्सव “स्पंदन” में अपने महाविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगी। मुझे पूरा विश्वास है की स्पंदन में भी अपना स्थान सुनिश्चित करेंगी।
उन्होंने छात्राओं को अवगत कराया की जी -20 शिखर सम्मेलन के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय को नोडल ऑफिसर बनाया गया है। इसके अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी। इसी क्रम में जी-20 पर आधारित एक पत्रिका भी निकल रही है। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित किया की वो भी अपने लेख, कविताएँ और प्रेरक प्रसंग उसने प्रकाशित करने के लिए आगे आयें। जी - 20 ज़िला स्तर पर बहुत सी प्रतियोगिताएँ आयोजित की जायेंगी। इसमें सभी छात्रायें बढ़ चढ़ कर भागीदारी करें।
कार्यक्रम में अध्यक्षीय संबोधन डॉ शशिकांत दीक्षित ने करते हुए कहा कि महाविद्यालय में आयोजित होने वाला यह युवा महोत्सव छात्राओं को ऐसा मंच प्रदान करता है जिसके माध्यम से छात्राओं की छिपी प्रतिभा सामने आती है और भविष्य में वह अपना बेहतर प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ अपने कालेज का बल्कि खुद का भी नाम रोशन कर सकेंगी।उद्घाटन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत डॉक्टर जया राय के निर्देशन में तैयार सरस्वती वंदना से हुआ जिसे ऑडिसी शैली में छात्राओं रिया कुमारी ,मधु कुशवाहा ,ऋषिता रंजन, नीलम कुमारी, मानसी कुमारी राम ,पायल यादव ,जयत्री डे ,रूपाली प्रसाद के सम्मिलित रूप से प्रस्तुत किया ।
इसके बाद एकल शास्त्रीय गायन, पाश्चात्य एकल गायन, उप शास्त्रीय गायन , एकल समूह गायन की प्रस्तुति हुई इस कार्यक्रम की समन्वयक डॉक्टर रुचि मिश्रा एवं सहयोगी सदस्य में पंडित कामेश्वर नाथ मिश्र व श्रीमती डिंपल राय रही। हिंदी में वाद विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की समन्वयक प्रोफेसर भावना त्रिवेदी,डॉ अनामिका सिंह और सहयोगी सदस्य के रूप में डॉक्टर सरिता मिश्रा, डॉ मीना सिंह और डॉक्टर सुमन सिन्हा रही। सितार वादन प्रतियोगिता में छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से निर्णायको को भी सोचने से मजबूर कर दिया। इस कार्यक्रम कि समन्वयक प्रोफेसर गीता सिंह एवं सहयोगी पंडित कामेश्वर नाथ मिश्र, व श्रीमती डिंपल राय रही। स्वरचित काव्य पाठ में भी छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, इस कार्यक्रम की संयोजिका डॉ वंदना चौबे व सहयोगी डॉ सुमन तिवारी, डॉक्टर आरुषि अग्रवाल, डॉ अमित दुबे रहे।
प्रतियोगिताओं की कड़ी में प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया जिसकी संयोजिका डॉ विभा सिंह वह सहयोगी डॉ मीना सिंह, डॉ मिथिलेश मिश्रा वह प्रिया यादव रही। नाट्यकला के अंतर्गत छात्राओं के द्वारा माइम का आयोजन किया गया जिसकी संयोजिका डॉ विनीता पांडे व सहयोगी डॉक्टर स्वप्ना बंदोपाध्याय, दीपमाला जायसवाल रहीं।
स्वागत भाषण आर्य महिला पीजी कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर रचना दुबे ने ,संचालन डॉक्टर जया मिश्रा, धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनामिका दीक्षित ने किया। इस अवसर पर छात्राओं की भारी मात्रा में उपस्थिति रही तथा शिक्षक और गैर शिक्षक वृंद ने भी युवा महोत्सव का भरपूर आनंद लिया।