किडनी फेल्योर वाले मरीजों को रोजा न रखने की दी सलाह |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | रमज़ान महीना शुरू हो रहा है इसके पहले हृदय रोगी, शुगर रोगी व गुर्दे के रोगी रोज़ा रखने से पहले अपने डॉक्टरों से अवश्य सलाह ले लें। यह आवश्यक हिदायत आज कानपुर प्रेसक्लब में वार्ता करने के दौरान डॉ0 मोहम्मद अहमद, डी एम(सीनियर कार्डियोलोजिस्ट) ने बताई। उन्होंने बताया कि मधुमेह रोगी जो रोज़ा रखना चाहते हैं अवश्य ही जितना जल्द हो सके डॉक्टर से सम्पर्क स्थापित कर लें। मधुमेह से पीड़ित महिला को जो इन्सुलिन का इस्तेमाल कर रही हैं उन्हें रोजा न रखने की सलाह दी जाती है। ऐसे लोग जिन्हें शुगर है वे अपना लेबल बराबर निगरानी करें। गैर उपवास के समय तरल पदार्थ लें , पानी अच्छा है। डॉ अहमद ने ऐसे रोगियों को सहरी खाने व इफ्तार से पहले आराम करने की सलाह दी साथ ही सोने से बचने की भी सलाह दी अन्यथा हाइपोग्लाइकेमिया का खतरा हो सकता है। रोगी का स्तर सुबह खाली पेट 120/130 mg/dl तथा भोजन बाद 150/200 mg/dl. होना सुरक्षित मानी जाती है। सहरी को देर से खाने की सलाह दी, तथा जोरदार कसरत से परहेज करें। गुर्दे की वीमारी वाले स्तिथि की गम्भीरता के अनुसार रखें एक्यूट किडनी फेल्योर वाले स्टेज 3 के मरीजों को रोज़ा न रखने की सलाह दी व डॉक्टरों से सलाह लेने पर जोर दिया। इसी तरह दिल के रोगियों को भी सलाह लेना चाहिए। जिनको हाल ही में दौरा पड़ा हो अथवा सर्जरी हुई हो उन्हें रोज़ा की सलाह नहीं दी जाती है। साथ ही वे कम भोजन करें, वसायुक्त, नमकीन, व मीठे पदार्थ और बडी मात्रा में पेय पदार्थों से बचें।
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