दीक्षांत समारोह में 2127 छात्रों को मिली उपाधि।
U-आप लोगों को अपनी देशभक्ति, नारे लगाकर नहीं बल्कि अपने कर्मों से प्रदर्शित करनी होगी: नारायण मूर्ति
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। आईआईटी के 56वां दीक्षांत समारोह सोमवार को बड़ी धूमधाम के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में 2127 छात्रों को उपाधि दी गई। छात्र छात्राओं ने पूरे उत्साह पूर्वक इस समारोह में प्रतिभा किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंफोसिस के चेयरमैन एनआर नारायण थे।उन्होंने अपने हाथों से मेधावियों को पदक पहनाकर और डिग्री देकर सम्मानित किया। उनके साथ संस्थान के निदेशक अभय करंदिकर भी मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि श्री मूर्ति ने कहा अपनी संस्कृति को महसूस करने के लिए एकमात्र साधन प्रदर्शन है। याद रखें कि प्रदर्शन से पहचान मिलती है, पहचान से सम्मान मिलता है और सम्मान राष्ट्रो के समुदाय में शक्ति की ओर ले जाता है। आप लोगों को अपनी देशभक्ति, नारे लगाकर नहीं बल्कि अपने कर्मों से प्रदर्शित करनी होगी। आपके चरित्र और उत्कृष्टता को प्रदर्शित करने वाला हर छोटा कार्य एक महान भारत के निर्माण में एक ईंट है।उन्होंने कहा हम एक अच्छे समाज का निर्माण तभी कर सकते हैं, जब हम खुद एक अच्छे इंसान बनते हैं। समाज को सुधारने के लिए हमको 100 कदम नहीं बल्कि एक लंबी दौड़ चलनी है। इसके लिए पहले हम खुद को तैयार करें। इसके बाद हम एक अच्छे समाज का निर्माण कर सकते हैं।
आईआईटी बोर्ड ऑफ गवर्नेस के चेयरमैन राधा कृष्ण ने कहा कि आज आप सभी को जो उपाधि मिली है वह आपकी मेहनत का फल है। आज का दिन आपके लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है और आपको इसी मेहनत और लगन के साथ अब आगे बढ़ना है।
आज आईआईटी के छात्र पूरे देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। आपको भी ऐसा ही करके दिखाना है। यदि आपकी मेहनत रुकी नहीं तो आप भी एक दिन बड़ा नाम कमाएंगे। अपने काम के प्रति हमेशा ईमानदार रहें, सफलता अपने आप हाथ लगेगी।
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