आईआईटी कानपुर में मटेरियल्स लगा कैंप छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा जगाने की पहल
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | आईआईटी कानपुर में चार दिनों तक चलने वाले "मटेरियल्स कैंप 2025" की शुरुआत हो गई है. इसे स्टूडेंट टेक्निकल चैप्टर मटेरियल एडवांटेज ह@IIT Kanpur की ओर से जिले के स्कूली छात्रों के लिए करवाया जा रहा है. बता दें कि इस कैंप को एडवांस्ड सेंटर फॉर मैटेरियल्स साइंस मटेरियल्स सोसाइटी, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेटल्स (IIM) कानपुर चैप्टर, इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (आईएनएई) कानपुर चैप्टर और एएसएम इंटरनेशनल इंडिया चैप्टर के सहयोग से आयोजित किया गया है.
मटेरियल्स कैंप में जय नारायण विद्या मंदिर, जुगल देवी सरस्वती विद्या मंदिर, एयर फोर्स स्कूल, डॉ. वीरेन्द्र स्वरूप शिक्षा केंद्र, केन्द्रीय विद्यालय आईआईटी कानपुर, मेथोडिस्ट हाई स्कूल, एलनहाउस पब्लिक स्कूल, शीलिंग हाउस स्कूल और डीपीएस कल्याणपुर सहित कानपुर के नौ स्कूलों के 42 छात्रों के अलावा 9 शिक्षकों ने हिस्सा लिया है। इसके उद्घाटन कार्यक्रम में IIM कानपुर चैप्टर के अध्यक्ष और एसीएमएस प्रमुख प्रोफेसर अनिश उपाध्याय ने वास्तविक दुनिया के संदर्भ में मटेरियल्स इंजीनियरिंग में हो रही नई खोज के बारे में चर्चा की. उन्होंने कहा, हम मानते हैं कि वैज्ञानिक जिज्ञासा को शुरू से बढ़ावा देना जरूरी है. मटेरियल्स कैंप जैसे कार्यक्रम छात्रों को मटेरियल साइंस की अद्भुत दुनिया से परिचित कराते हैं. यह हमारे इस संकल्प को दिखाता है कि हम भारत के वैज्ञानिक भविष्य की मजबूत नींव रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आईआईटी कानुपर में मटेरियल्स साइंस इंजिनियरिंग विभाग के प्रमुख और आईएनएआई कानपुर चैप्टर के अध्यक्ष प्रो. कांतेश बलानी ने वहां मौजूद सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने कहा, "पुराने हथियारों लेकर आधुनिक अंतरिक्ष तकनीक तक, मटेरियल्स ने हमेशा मानव प्रगति को आगे बढ़ाया है. इस कैंप में स्टू़डेंट्स को इसी रोचक सफर से रूबरू करवाया जाएगा. इससे छात्रों को समझने में आसानी होगी कि मटेरियल साइंस भविष्य के लिए कितना जरूरी है."वर्चुअल तौर पर जुड़े एएसएम इंटरनेशनल के अध्यक्ष डॉ. नवीन मंजूरन और एएसएम इंटरनेशनल के कोषाध्यक्ष लॉरेंस सोमरैक ने इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा कि एएसएम इंटरनेशनल दुनिया की सबसे बड़ी मटेरियल्स संस्था के रूप में एक वैश्विक पहचान रखती है. उन्होंने सभी प्रतिभागियों को इस शानदार कैंप का हिस्सा बनने के लिए बधाई भी दी.तकनीकी सत्र की शुरुआत प्रो. नीरज चव्हाण के लैक्चर क्लासीफिकेशन ऑफ मटेरियल्स से हुई, उन्होंने छात्रों को मटेरियल्स की प्रोसेसिंग, प्रोपर्टीज और परफॉर्मेंस के आपसी संबंध के बारे में बताया. इसके बाद प्रो. कंतेश बलानी ने "मटेरियल्स की रोमांचक दुनिया" विषय के बारे में जानकारी दी. इसमें उन्होंने रि-एंट्री स्पेस व्हीकल्स में इस्तेमाल होने वाले मटेरियल्स, सुपरहाइड्रोफोबिक सतहों और मोर के पंखों में पाई जाने वाली संरचनात्मक रंगत जैसे विषयों को भी शामिल किया |