मृतकों का शव रखकर परिजनो और ग्रामीणों ने थाने का किया घेराव, काटा हंगामा
- थाना ठठिया क्षेत्रान्तर्गत भदौसी गांव के निकट हुई कार-बाइक की भिड़न्त में तीन लोगों की मौत का मामला
-परिजनों और ग्रामीणों ने कार चालक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने और मुआवजा की मांग की
-सीओ के काफी समझाने-बुझाने के बाद परिजन और ग्रामीण हुए शान्त
कन्नौज ब्यूरो पवन श्रीवास्तव के साथ संदीप शर्मा
हिंदुस्तान न्यूज एक्सप्रेस कन्नौज/ तिर्वा संवाददाता।थाना ठठिया क्षेत्रान्तर्गत भदौसी गांव के निकट हुई सड़क दुर्घटना में कार और बाइक की भिड़त में बाइक सवार तीन लोगों की मौत के मामले में मृतकों के परिजनों और ग्रामीणों ने तीनों शवों के पोस्टमार्टम के बाद सोमवार की देर शाम तीनों डेडबॉडी को लेकर ठठिया थाने पहुंचे और वहां घेराव कर कार चालक पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराने और मुआवजे की मांग करते हुए जमकर हंगामा काटा। हंगामा होते देख थाना पुलिस ने भीड़ को बाहर खदेडा तो आक्रोशित ग्रामीणा सड़क पर पहुंचकर हंगामा करने लगे। हांलाकि पुलिस अधिकारियों के समझाने-बुझाने व पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किए जाने के आश्वासन के बाद ग्रामीण और परिजन शान्त हुये।गौरतलब है कि सोमवार की सुबह ठठिया थाना क्षेत्र के भदौसी गांव के निकट एक तेज रफ्तार ओमनी कार ने बाइक सवार तीन लोगों को रौंद दिया था। जिसमें बाइक सवार सिसइयनपुरवा गांव निवासी 58 वर्षीय गोरेलाल, 54 वर्षीय प्यारेलाल और 35 वर्षीय पुत्र शंकर की मौत हो गई थी। पुलिस ने तीनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए थे। पोस्टमार्टम के बाद तीनों के शव लेकर परिजन और ग्रामीण देर शाम ठठिया थाने पहुंच गए। ग्रामीणों और परिजनों ने ओमनी कार चालक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने और मुआवजा दिलाये जाने की मांग की। मामले की जानकारी होने पर तिर्वा सीओ शिवप्रताप सिंह दलबल के साथ ठठिया थाने पहुंचे और हंगामा काट रहे ग्रामीणों और परिजनों को काफी देर रात तक समझाने का प्रयास करते रहे। जब ग्रामीण शांत नहीं हुए तो सीओ के निर्देश पर पुलिसकर्मियों ने भीड़ को थाना परिसर से बाहर खदेड़ दिया। जिसके बाद हंगामा शांत हुआ तो सीओ अपनी कार में बैठकर जाने लगे। सीओ की गाड़ी थाने के गेट के बाहर निकलते देखकर आक्रोशित महिलाएं और तमाम ग्रामीण सीओ की कार के सामने खड़े हो गए और न्याय की मांग करने लगे। हांलाकि पुलिस कर्मियों ने ग्रामीणों को हटाने का प्रयास किया तो उनके बीच नोकझोंक होने लगी। लगभग दो ़ घण्टे तक भीड़ का हंगामा चलता रहा। इसके बाद सीओ ने परिजनों की तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज करने और दोषियों पर कार्यवाही का भरोसा दिया। जिसके बाद परिजन और ग्रामीण शान्त हुये।