होम कानपुर कानपुर आस-पास अपना प्रदेश राजनीति देश/विदेश स्वास्थ्य खेल आध्यात्म मनोरंजन बिज़नेस कैरियर संपर्क
 
  1. उत्तर प्रदेश-मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने प्रयागराज महाकुंभ में त्रिवेणी संगम में लगाई डुबकी
  2.      
  3. उत्तर प्रदेश -राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने प्रयागराज संगम में लगाई डुबकी
  4.      
  5. वाराणसी - फिल्म अभिनेता ब्रह्माजी विश्व प्रसिद्ध मां गंगा आरती में पहुंचे किया दर्शन पूजन
  6.      
  7. वाराणसी -भारतीय खिलाड़ी स्नेह राणा पहुंची विश्व प्रसिद्ध मां गंगा आरती में
  8.      
  9. कई दिन पुरानी दो कुंटल सड़ी मिठाई बरामद की गई,तीनों कारखानों को सील कर टीम ने चस्पा की नोटिस ,सौरिख थाना क्षेत्र के बेहटा रामपुर में टीम ने मारा छापा
  10.      
  11. खाद्य विभाग की टीम ने मिठाई फैक्ट्री में मारा छापा,पांच भाई 3 कारखानों में बना रहे थे केमिकल वाली मिठाई
  12.      
  13. पुलिस और प्रदूषण विभाग कार्रवाई करेगा,फैक्ट्री चल रही थी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे,पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाएगा
  14.      
  15. मच्छर अगरबत्ती की फैक्ट्री में 2 की मौत का मामला,राज्यमंत्री असीम अरुण ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की
  16.      
  17. सदर कोतवाली क्षेत्र के इशवा पुर का मामला
  18.      
  19. दबंगों ने किसान के घर पर की थी फायरिंग,तमंचा, कारतूस,फरसा पुलिस ने किया बरामद
  20.      
  21. पुलिस ने तीनों आरोपी को किया गिरफ्तार,मामूली सी बात को लेकर हुआ था विवाद,असलहों से लैस दबंगों ने बोला था हमला
  22.      
  23. दिनदहाड़े गांव में फायरिंग करने का मामला
  24.      
  25. विनीता अवस्थी बनी महिला थाना प्रभारी,रंजना को मिला परिवार परामर्श केंद्र का चार्ज,चौकी इंचार्ज अनौगी मोहन लाल बने नौरंगपुर प्रभारी,ठठिया में तैनात राधामोहन शर्मा भेजे गये अनौगी
  26.      
  27. एसपी ने महिला थाना प्रभारी रंजना पांडेय को हटाया
  28.      
  29. दो महिला इंस्पेक्टर सहित चार के तबादले
  30.      
  31. टिढ़ियापुर में सामने आई गड़बड़ी को लेकर कही बात,सामने आई गड़बड़ी को लेकर कार्रवाई की कही बात,विकास कार्यों में बर्दाश्त नहीं होगा घपला,घपला करने वालों पर दर्ज होगी एफआईआर
  32.      
  33. असीम अरुण ने बैठक कर दिये सख्त निर्देश
  34.      
  35. ब्लॉक में ग्राम सचिवों के साथ की बैठक
  36.      
  37. मनरेगा के बजट में घपले को लेकर हुए सख्त
  38.      
  39. मंत्री असीम अरुण हुए सख्त
  40.      
 
 
आप यहां है - होम  »  स्वास्थ्य  »  लीवर ट्रांसप्लांट के बाद एक नया जीवन: सामान्य जीवन की एक और शुरुआत
 
लीवर ट्रांसप्लांट के बाद एक नया जीवन: सामान्य जीवन की एक और शुरुआत
Updated: 6/21/2024 6:55:00 PM By Reporter- rajesh kashyap kanpur

लीवर ट्रांसप्लांट  के बाद एक नया जीवन: सामान्य जीवन की एक और शुरुआत
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | उत्तर भारत में प्रमुख स्थान रखने वाले प्रत्यारोपण चिकित्सा में अग्रणी, नोएडा स्थित मल्टी स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान, जेपी हॉस्पिटल ने लीवर प्रत्यारोपण के बाद एक नई शुरुआत के बारे की प्रेसवार्ता । जेपी हॉस्पिटल, नोएडा  ने कई लीवर ट्रांसप्लांट करके दुनिया भर में सम्मानजनक स्थान हासिल किया है।सिरोसिस से पीड़ित रोगी केवल कुछ महीनों तक ही जीवित रह सकता है , लेकिन लिवर प्रत्यारोपण के बाद वह सामान्य जीवन जी सकता है। भारत में सिरोसिस के 40% रोगियों का मुख्य ज़िम्मेदार शराब है और दूसरा हेपेटाइटिस-सी से संक्रमण है जो की सबसे आम कारण है।डॉ. के. आर वासुदेवन, डायरेक्टर - लिवर ट्रांसप्लांट , जेपी हॉस्पिटल, नोएडा  ने कहा, “क्रोनिक लिवर रोग का सबसे तेजी से बढ़ने वाला कारण फैटी लिवर है। भारत में हर 6 में से 1 व्यक्ति इस बीमारी से पीड़ित है। हालाँकि, फैटी लीवर कोई लाइलाज बीमारी नहीं है। फैटी लीवर का इलाज अपनी जीवनशैली में बदलाव करके किया जा सकता है, लेकिन अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह बड़ी बीमारी का रूप ले लेता है। ऐसे में मरीजों के पास लिवर ट्रांसप्लांट कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इस बीमारी से बचने के लिए पौष्टिक आहार खाने के साथ-साथ नियमित व्यायाम भी करना चाहिए। किसी को शराब का सेवन नहीं करना चाहिए और समय पर हेपेटाइटिस का टीका लगवाना चाहिए।डॉ. वासुदेवन,लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन ने कहा, “जब लिवर की बीमारी लाइलाज अवस्था में पहुंच जाती है, तो मरीजों के लिए एकमात्र विकल्प प्रत्यारोपण ही बचता है। सबसे पहले, प्रत्यारोपण के लिए दाता (डोनर) के रूप में परिवार के सदस्यों को प्राथमिकता दी जाती है। आनुवंशिक (जेनेटिक) अनुकूलता के कारण पारिवारिक दाता के परिणाम बेहतर होते हैं और कानूनी औपचारिकताएं तेजी से पूरी की जा सकती हैं। समान रक्त समूह या O ब्लड ग्रुप के दाता अनुकूल होते है, हालाँकि यदि परिवार में ऐसा दाता उपलब्ध नहीं है, तो दो परिवारों के बीच दाताओं (डोनर्स) की अदला-बदली की प्रक्रिया के माध्यम से लीवर ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। कई मरीज़ों को डोनर तो मिल जाता है लेकिन उनका ब्लड ग्रुप मेल नहीं खाता, ऐसी स्थिति में दोनों के बीच लिवर प्रत्यारोपण "ए.बी.ओ. इंकंपैटिबल विधि" के माध्यम से किया जाता है।प्रथा हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. अजीत कुमार रावत ने कहा कि “इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि लीवर एक ऐसा अंग है जो प्रत्यारोपण के बाद फिर से विकसित हो जाता है, एक डोनर अपने लीवर का 70% दान कर सकता है और सर्जरी के बाद प्राप्तकर्ता और दाता दोनों को अपने सामान्य जीवन में वापस जीवन को जी सकते है।  सर्जरी के बाद प्राप्तकर्ता आमतौर पर 2 सप्ताह अस्पताल में बिताते हैं, जो उनके स्वास्थ्य की रिकवरी पर निर्भर करता है। इस अवधि के दौरान महत्वपूर्ण संकेतों जैसे लिवर के फंक्शन और प्रतिरक्षादमनकारी (इम्मुनो सप्रेसिव) दवाओं के स्तर की  खासतौर पर निगरानी की जाती है।

Share this :
   
State News से जुड़े हर ताज़ा अपडेट पाने के लिए HNS के फ़ेसबुक पेज को लाइक करें
 
प्रमुख खबरे
तेज रफ्तार जीवन में खान-पान की आदतें, लिवर पर डाल रही गम्भीर प्रभाव : डॉ पूजित
मेगा हेल्थ कैंप में तीन सौ से ज्यादा लोगों को मुफ्त परामर्श, हुई जांच
विश्व लिवर डे पर आईएमए ने लोगों को किया जागरूक
पैथालॉजी विभाग में आयेंगी अत्याधुनिक मशीन, शासन को भेजा प्रस्ताव
स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में “डे केयर एनीमिया वार्ड” की हुई स्थापना
 
 
 
Copyright © 2016. all Right reserved by Hindustan News Express | Privecy policy | Disclimer Powered By :