राष्ट्रीय फर्माकोविजिलेंस सप्ताह 2024 का शुरू हुआ आयोजन
U-दवाओ के साइड इफेक्ट पर की जाएगी चर्चा
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। राष्ट्रीय कोऑर्डिनेशन सेंटर, इंडियन फार्माकोपिया कमीशन (आईपीसी) गाजियाबाद व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा भारत के फर्माकोविजिलेंस कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय फर्माकोविजिलेंस सप्ताह 2024 का आयोजन जीएसवीएम मेडिकल कालेज के सीएसआर सभागर में आयोजित किया गया। कानपुर में फार्माेकोलॉजी विभाग द्वारा 17 सितंबर से 23 सितंबर 2024 तक कार्यक्रम का आयोजन किश जा रहा है।
फार्माकोविजिलेंस की कोऑडिनेटर डा0 पूजा अग्रवाल व सहायक आचार्य डॉ हिमांशु शर्मा ने बताया कि दवा के प्रतिकूल प्रभाव होने पर टोल फ्री नंबर 1800 18 03024 पर या पी.वी.पी.आई द्वारा मोबाइल एप या वेबसाइट www.ipc.gov.in पर रिपोर्ट किया जा सकता है। कार्यक्रम मरीजो की सुरक्षा के लिए दवाओं से होने वाले दुस्प्रभाव की रिर्पोटिंग को और मजबूत बनाना है। इस कार्यक्रम में एमबीबीएस छात्रों द्वारा पोस्ट एवं बैनर बनाकर मेडिकल कॉलेज एवं संबंधित चिकित्सालय की ओपीडी एवं वार्डों में लगाना, पंपलेट वितरण करके रोगियों में जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाना व इसी के साथ एमबीबीएस एवं परास्नातक छात्रों का फार्माकोििवजिलेंस विषय पर लेक्चर व क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है जिसमें विजयी छात्रों को पदक तथा उपहार देकर सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में पोस्टर प्रतियोगिता एवं नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज फार्माेकोलॉजी विभाग के विभाग अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार कुशवाहा, एवं समस्त जूनियर डॉक्टरो द्वारा कार्यक्रमक को संचालित किया गया। डॉ पूजा अग्रवाल ने बताया कि फार्माकोलॉजी विभाग के फॉर्माकोइकोनोमिक्स ड्रग यूटिलाइजेशन तथा प्रिस्क्रिप्शन पैटर्न ऑफ़ ड्रग पर अध्ययन कर चल रहा है।
- दवाओ के साइड इफेक्ट
डॉ पूजा अग्रवाल ने बताया कि अक्सर मरीज मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीद कर खा लेता है और डाक्टर्स के पास उचित सलाह नही लेता है जिसके कारण इन दवाओं को मरीज पर सीधा असर पडता है। जिनमें दस्त का होना, उल्टी होना, शरीर में चक्क्ते पड जाना, लीवर में इंफेक्शन का होना तथा किडनी इंफेक्शन का होना पाया जाता है। ऐसे कें जिस डाक्टर्स से मरीज का इलाज चल रहा है उससे सम्पर्क कर अपनी समस्या बता कर समय रहते इलाज करवा सकता है ताकि शरीर के इन अंगो को बचाया जा सके।
- रिर्पोटिंग को मजबूत करना लक्ष्य
सहायक आचार्य डॉ हिमांशु शर्मा ने बताया कि दवाओ के साइड इफेक्ट होने पर फार्माकोविजिलेंस के सेंटर में भी मेल द्वारा तथा ओल फ्री नम्बर की सहायकता से शिकायत दर्ज करवा सकता है। बीते साल में 1000 लोगो को जागरूक करने का कार्य किया गया था,लेकिन शिकायत कोई भी दजर्् नही की गईं इन सभी का डेटा डब्लूएचओ के पास रहता है।