रिलीज हुई शहर में बनी थ्रिलर वेब सीरीज अविका
U- शहर के दिग्गज रंगमंच कर्मियों से लेकर युवा कलाकारों के जोरदार अभिनय से सजी है नई वेब सीरीज अविका
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। पूरी तरह महानगर में ही शूट हुई मिनी वेब सीरीज "अविका - ए रिवेंज स्टोरी ऑफ ए डॉटर" सोमवार को यूट्यूब पर रिलीज हो गई। कानपुर टॉकीज के बैनर तले बनी 5 एपिसोड्स वाली थ्रिलर जॉनर की ये सीरीज दर्शकों को जरूर रोमांचित कर देगी। ऐसा निर्माताओं और कलाकारों का दावा है। अविका सीरीज में एक ऐसी सामान्य लड़की की रोमांचक कहानी है जो अपने वृद्ध दादा की मदद से माता-पिता की निर्मम हत्या का बदला लेने निकल पड़ती है। निर्माताओं का दावा है की कहानी और डायलॉग्स इतने इंगेजिंग और रोचक हैं की एक एपिसोड के बाद दर्शक अगला एपिसोड देखे बिना रह नहीं पाएंगे। दावा है की स्तरीय वेब सीरीज अविका फिल्मी जगत में कानपुर महानगर के नाम को सम्मान दिलाएगी। सीरीज का ट्रेलर 3 दिन पूर्व ही रिलीज किया गया था।
पांच एपिसोड्स में कुल डेढ़ घंटे रन टाइम वाली इस मिनी सीरीज का पायलट एपिसोड 15 मिनट का, तो बाकी चार एपिसोड लगभग 17 मिनट के हैं। सीरीज का लेखन और निर्देशन किया है अभिषेक त्रिपाठी ने। टाइटल रोल अविका के किरदार को अपने शानदार अभिनय से सजाया है शहर की मूल निवासी एक्ट्रेस अंकिता ठाकुर ने। सीरीज में अंकिता के किरदार में ग्लैमर से लेकर खौफ तक के अलग-अलग शेड्स दिखेंगे। वहीं प्रिंस नाम के स्टाइलिश युवा विलेन के किरदार को अपने शानदार अभिनय से जीवंत किया है प्रियांशु शर्मा ने। हंचमैन, यानी विलेन के खास साथी बबलू के किरदार को निभाया है कुंवर ऋषभ ने।
वहीं फिल्म में नेगेटिव शेड वाले नेता के किरदार को जिंदा किया है शहर के जानेमाने रंगमंच कर्मी दीपक राज राही ने। वहीं डीआईजी पुलिस का रोल निभाते दिखेंगे डॉ. राम शंकर और डॉक्टर दंपति की भूमिका में नजर आएंगे शैलेंद्र अग्रवाल और कमल गौड़। बता दें कि ये सभी मंझे हुए और तजुर्बेकार रंगमंच कलाकार हैं। इसके अलावा माचोमैन किस्म के पुलिस इंस्पेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका को निभाया है कांधा सिन्हा ने। वो फिल्म में डीआईजी के साथ पेंचीदा और रहस्मय केस को सुलझाते नजर आते हैं। उमा शंकर शुक्ल और शांतनु गौतम भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में सीरीज में दिखेंगे।
--- बॉक्स में ---
इसलिए रिलीज की यूट्यूब पर...
निर्माताओं के अनुसार यूट्यूब पर रिलीज करने का बड़ा कारण है हर खास-ओ-आम व्यक्ति तक बिना किसी मूल्य के सीरीज को पहुंचना, और कलाकारों का काम लोगों की नजर में लाना है। वर्ना ओटीटी प्लेटफार्मों तक हर एक की पहुंच नहीं। यूट्यूब फ्री है, लगभग हर व्यक्ति देखता है, वहीं बड़े से बड़े ओटीटी प्लेटफार्म के सब्सक्राइबर्स तो गिनती में ही हैं। यूट्यूब पर "कानपुर टाकीज" चैनल पर इसे देख सकते हैं।