गर्भावस्था के लिए घातक है जानलेवा तम्बाकू का धुम्रपान |
-- महिला किसान दिवस पर तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभावों की दी जानकारी |
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | तम्बाकू धूम्रपान-शराब सभी के लिए हानिकारक है, महिलाओं में इसके और भी गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यह आदत मां-बच्चे दोनों के लिए हानिकारक है।तम्बाकू उत्पादों के सेवन से जहां गर्भवती को कैंसर की आशंका होती है, वहीं गर्भस्थ और नवजात शिशु के लिए भी जटिलताएं बढ़ सकती हैं । जो गर्भवती तम्बाकू उत्पाद का धुम्रपान करती हैं उनका बच्चा समय से पहले पैदा हो सकता है। ऐसे बच्चे में जन्म दोष भी पाए जाते है । इन बच्चों की अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (एसआईडीएस) से मौत की आशंका भी बढ़ जाती है। यह बातें मंगलवार को महिला किसान दिवस के अवसर पर कृषि भवन में आयोजित संगोष्ठी में हुई। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत 24 सितम्बर से 23 नवंबर तक चलने वाले तम्बाकू मुक्त युवा अभियान के अंतर्गत इस संगोष्ठी का आयोजन एसडीओ प्राची की अध्यक्षता में किया गया । इस दौरान जनपद के सभी दस ब्लॉकों की महिला किसानों द्वारा संगोष्ठी में प्रतिभाग किया गया। संगोष्ठी में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जिला सलाहकार निधि बाजपेयी ने ने सभी को तम्बाकू निषेध की शपथ भी दिलाई। महिला किसानों को सम्बोधित करते हुए निधि बाजपेयी ने कहा कि बदलते दौर में महिलाओं में भी गुटखा, धुम्रपान का चलन बढ़ा है। उन्होंने बताया कि गुल मंजन मीठा और धीमा जहर है। यह मंजन नहीं जबकि, यह पिसा हुआ तंबाकू है। इसके इस्तेमाल से हृदय की कोरोनरी कोशिकाएं प्रभावित हो रही है। इसकी वजह से हृदय में रक्त की आपूर्ति कम हो जा रही है। मरीजों को हार्ट अटैक आ रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल तंबाकू सेवन करने वालों का भी है। इन दोनों के सेवन से हृदय (डाइलेटेड) फैल और सिकुड़ दोनों रहा है, जो हार्ट अटैक का बड़ा कारण बनता जा रहा है। निधि ने बताया कि राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण पांच (2019-21) के आंकड़ों के मुताबिक जिले में 9.5 फीसदी महिलाएं किसी ने किसी रूप में तम्बाकू का सेवन कर रही हैं। इसमे धुम्रपान भी शामिल है। तम्बाकू सेवन महिलाओं को जहां मुंह, गले, फेफड़े और पेट का कैंसर का खतरा पैदा कर रहा है, वहीं उनकी गर्भावस्था और उनके शिशुओं के लिए भी जटिलताएं बढ़ा रहा है। ऐसी महिलाओं में टीबी होने की आशंका भी कहीं अधिक है पर्यावरण के लिए भी दिया गया संदेश शपथ ग्रहण के साथ उपस्थित लोगों को यह संदेश दिया गया कि तम्बाकू उत्पाद पर्यावरण के लिए भी हानीकारक हैं। एक अध्ययन के मुताबिक प्रतिवर्ष सिगरेट के उत्पादन के लिए 60 करोड़ पेड़ काटे जाते हैं और इसमें 22 अरब लीटर पानी बर्बाद हो जाता है। धूम्रपान से कार्बन डाईआक्साइड पैदा होती है जो पर्यावरण और मानव जीवन के लिए घातक है।