दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन विस अध्यक्ष ने दीप प्रज्वलित किया
U-त्वरित उपाय हमारे लिए बड़ी समस्याएं उत्पन्न करते हैं:सतीश महाना
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर:। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय और आईआईटी द्वारा एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के तत्वाधान में सतत शहरी विकास के लिए "नवाचारी एआई समाधान" विषय पर दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन सत्र आईआईटी में आरंभ हुई। मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, विवि के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक, आईआईटी के डायरेक्टर प्रो. मणींद्र अग्रवाल, आईआईटी के कोटक स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी के डीन सच्चिदानंद त्रिपाठी ने दीप प्रज्वलित करके किया।
मुख्य अतिथि सतीश महाना ने कहा, कि हमें वैश्विक स्तर पर सोचना चाहिए परंतु स्थानीय स्तर पर क्रियान्वित करना चाहिए। उन्होंने बताया कि हम आज के समय में जरूरत से ज्यादा इच्छापूर्ति की तरफ जा रहे हैं एवं त्वरित उपाय हमारे लिए बड़ी समस्याएं उत्पन्न करते हैं। समाधानों को कार्यान्वयन में लाने के लिए हमें उनसे बात करनी चाहिए जिन्हे इनको उपयोग में लाना है। उन्होंने बताया कि जनसंख्या का दबाव शहरों पर बढ़ता जा रहा जिसके के लिए हमें तकनीकी का सहारा लेना होगा और एआई एक प्रभावी माध्यम है। एआईयू के अध्यक्ष और छत्रपति शाहूजी महाराज के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने कहा कि सीएसजेएमयू पहले से ही सस्टेनेबिलिटी पर काम कर रहा है। विश्वविद्यालय सोलर ऊर्जा के माध्यम से बिजली और पानी की बचत कर रहा है। आईआईटी निदेशक प्रो. मनींद्र अग्रवाल ने शोध और सहयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा स्थिरता में एआई की पूरी क्षमता को तभी साकार किया जा सकता है जब अकादमिक जगत, सरकार और उद्योग एक साथ मिलकर काम करें। आईआईटी कानपुर अत्याधुनिक अनुसंधान को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो शहरी चुनौतियों का समाधान करने में सीधे योगदान देगा। नेशनल कॉन्फ्रेंस में स्टार्टअप की प्रदर्शनी का आयोजन हुआ और जिसमें स्टार्टअप अपने प्रोडक्ट और सर्विसेज की जानकारी दी। स्टार्टअप के लिए पिचिंग सेशन का भी आयोजन हुआ । कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अनिल सहस्रबुद्धे ने सम्मेलन के चार प्रमुख घटक नवाचार, एआई, सस्टेनेबिलिटी एवं सतत शहरीकरण बताए। कोटक महिंद्रा बैंक के सस्टेनेबिलिटी प्रमुख, चेतन सावला ने बैंकिंग क्षेत्र में स्थिरता के एकीकरण पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने जलवायु से संबंधित वित्तीय जोखिम पर भारतीय रिजर्व बैंक के मसौदा ढांचे पर चर्चा की और बताया कि कैसे जून 2023 में पेश किए गए ग्रीन डिपॉजिट, ग्रीन बॉन्ड और ग्रीन एसेट बुक्स के साथ-साथ टिकाऊ निवेश को प्रोत्साहित करते हैं। ग्रीनमैन ब्लैक के संस्थापक और सस्टेनेबिलिटी एवं डिजाइन के उपाध्यक्ष कोरी ग्लिकमैन ने एआई-संचालित शहरी बुनियादी ढांचे के बारे में बात की और अपनी पुस्तक प्रैक्टिकल सस्टेनेबिलिटी से अंतर्दृष्टि साझा की, जो स्मार्ट सिटी प्लानिंग के साथ एआई को एकीकृत करने की रणनीति प्रदान करती है। नीति आयोग, भारत सरकार की कार्यक्रम निदेशक अन्ना रॉय ने शासन, उद्यमिता और डिजिटल शासन में एआई को अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे एआई-संचालित स्मार्ट सिटी विकास समावेशी हो सकता है और महिलाओं के नेतृत्व वाला नवाचार शहरी स्थिरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ईएचएम के संस्थापक डॉ. हर्षित मिश्रा ने कार्यक्रम के प्रथम दिवस व दूसरे दिवस के कुछ प्रमुख आकर्षण के बारे में बताया गया।