भगवान श्रीराम मर्यादा पुरूषोत्तम तो श्रीकृष्ण योगेश्वर कहलाए
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। शास्त्री नगर स्थित श्री रामलला गोपाल आश्रम सेवा समिति के तत्वाधान में चल रही 23वीं श्री मद्भागवत कथा के पांचवे श्री कृष्ण लीला, गोवर्धन पूजा, चीर हरण, ब्रहमा मोह व कंस वध कथा का वर्णन किया गया।
कथा के पांचवे दिवस गोल्डन बाबा पहुंचे और भगवान के श्रीचरणो में अपनी हाजरी गलायी। कथा व्यास जी उमेश शुक्ला ने भगवान श्रीराम व श्री कृष्ण लीलाओ का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम मर्यादा के आर्दश थे तो श्रीकृष्ण लीला के आर्दश रहे। भगवान श्रीराम ने कार्य को करके दिखाया तो वही श्रीकृष्ण योग दिखाया। इस लिए भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरूषोत्तम कहा गया तो भगवान श्रीकृष्ण को योगेश्वर कहा गया।