केएफसीएल के प्रबंधन की हठधर्मिता के चलते मजदूरों की वार्ता निष्फल- गौरव दीक्षित
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर | फर्टिलाइजर एण्ड केमिकल लि० में विगत 1 अप्रैल से चल रही यूरिया उत्पादन बंदी से प्रभावित श्रमिकों की समस्याओं को लेकर अपर श्रमायुक्त पी. के. सिंह के द्वारा आज वार्ता रखी गयी थी।अपर श्रमायुक्त द्वारा आहूत वार्ता में श्रमिक पक्ष से एटक के जिलाध्यक्ष असित कुमार सिंह, महामंत्री गौरव दीक्षित, आर०पी० श्रीवास्तव तथा ओ. पी.रावत ने भाग लिया और प्रबंधन की ओर से कोई प्रतिनिधि उपस्थित नही हुआ। यूनियन की ओर से नेताओं ने बताया कि प्रबंधन के द्वारा कार्यरत श्रमिकों एवं कर्मचारियों को गेट के अंदर आने से रोक दिया गया है और उन पर अनुचित रुप से दबाब बनाकर सेवा से त्यागपत्र दिये जाने के लिये विवश किया जा रहा है और उनके द्वारा त्यागपत्र न दिये जाने की हालत में सेवा से निष्कासित किये जाने की कार्यवाही की धमकी दी जा रही है। इसके साथ ही कर्मचारियों ने यह भी बताया कि प्रबंधन प्रतिष्ठान में उत्पादित होने वाली अमोनिया गैस को एक निजी कंपनी को बेची जा रही है जो कि रेफ्रिजरेटर से सम्बन्धित उत्पाद बनाता है। इस सम्बन्ध में कंपनी को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हो रहा है।अपर श्रमायुक्त ने श्रमिक नेताओं को बताया कि प्रबंधन की ओर से पत्र भेजकर उन्हें अवगत कराया गया है कि त्रिपक्षीय वार्ता में किसी भी सूरत में हिस्सा नहीं लेंगे। जिससे उत्पन्न औद्योगिक समस्या का समाधान नहीं हो सका। जिसके कारण श्रमिकों में आकोश बढ़ गया और उन्होंने कहा कि श्रम विभाग की स्थिति अत्यन्त दयनीय है कि वे प्रबंधन के विरुद्ध कोई भी कार्यवाही करने में अक्षम है। गतिरोध जारी रहने से हालात विगड़ने की संभावना बढ़ गयी है।
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