विद्यालय निरीक्षक में खामियों पर डीएम ने बीएसए और अन्य अधिकारियों को दिए निर्देश
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने शनिवार को बिधनू ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय हड़्हा का औचक निरीक्षण किया गया। दोपहर 1 बजे विद्यालय में पंजीकृत 26 छात्रों के सापेक्ष केवल 15 छात्र ही उपस्थित पाए गए।पति यह चला कि विगत दो वर्षों में छात्र संख्या में निरंतर गिरावट आई है, अक्टूबर 2023 में संख्या 41 से घटकर और कम रह गई थी, जबकि शासन स्तर पर "स्कूल चलो अभियान" सहित कई प्रयास लगातार किए जा रहे हैं।
विद्यालय की अध्यापिका सपना एवं अन्य शिक्षकों द्वारा समुदाय में बच्चों को विद्यालय में नामांकित कराने हेतु प्रयास किए गए, परंतु अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी है। निरीक्षण के दौरान मिड-डे मील का सेम्पल सुरक्षित रखने का निर्देश है, उसका पालन नहीं किया गया था, जिससे भोजन की गुणवत्ता का मूल्यांकन नहीं किया जा सका। इसके अतिरिक्त, शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा विद्यालय का नियमित निरीक्षण किए जाने की अपेक्षा रहती है, परंतु अक्टूबर 2023 के बाद से किसी भी अधिकारी द्वारा विद्यालय निरीक्षण नहीं किया। पिछला निरीक्षण एक चिकित्सक (डॉक्टर) द्वारा किया गया था। आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) टीम की भी नहीं मिली, जबकि उनकी उपस्थिति आवश्यक होती है।जिलाधिकारी ने बीएसए, खंड शिक्षा अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने हेतु गंभीर प्रयास करें।निरीक्षण के दौरान विद्यालय परिसर में पानी की टोटी टूटी पाई गई, जिसे तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिए गए।
विद्यालय परिषद के बाहर कुछ बच्चे खड़े पाए गए, जिन्होंने बताया कि वे स्कूल से वापस आ रहे हैं। जिलाधिकारी ने बच्चों से अच्छे से पढ़ाई करने की प्रेरणा दी।