कलेक्ट्रेटकर्मी के साथ 80 हजार की साइबर ठगी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। डीएम ऑफिस में तैनात एक कर्मी के साथ साइबर ठगों ने अलग तरह से ठगी की घटना को अंजाम दिया। पहले एक ठग ने डीएम सीतापुर की फेसबुक पर फेक आईडी बना कर्मी को मैसेज किया। इसके बाद कर्मी को मैसेज किया कि सीआरपीएफ के उनके एक अधिकारी मित्र से उसका घरेलू सामान खरीद ले।
कर्मी उनकी बातों में आ गया और 80 हजार रुपए खुद को सीआरपीएफ अधिकारी बताने वाले शातिर के बताए गए खाते में जमा कर दिए। जब साइबर ठगी की जानकारी हुई तो कलेक्ट्रेट में तैनात कर्मी ने चकेरी थाने में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करा दी। पुलिस के मुताबिक मामले में जांच की जा रही है। जल्द शातिर को पकड़ लिया जाएगा। रामपुरम श्यामनगर निवासी जितेन्द्र कुमार मिश्रा डीएम कार्यालय में तैनात है। उनके मुताबिक मोबाइल फोन पर मैसेंजर के जरिए उन्हें डीएम सीतापुर की फेसबुक आईडी से मैसेज आया। मैसेज करने वाले ने पहले जितेन्द्र से हालचाल पूछा। थोड़ी बहुत इधर उधर की बात करने के बाद मैसेज आना बंद हो गए। 16 मई 2025 की शाम डीएम सीतापुर की फेसबुक आईडी से फिर मैसेज आया कि मेरे एक मित्र जो बिजनौर में सीआरपीएफ में तैनात हैं। उनका ट्रांसफर हो गया है। उनका घरेलू सामान आप खरीद लीजिए बहुत सस्ता मिल जाएगा। इसके बाद उसने जितेनद्र का फोन नम्बर ले लिया। इसके बाद मोबाइल पर तथाकथित सीआरपीएफ अधिकारी सुनील कुमार का फोन आया। सामान के विषय में बताया गया। जितेन्द्र को विश्वास में लेने के बाद उसने छोटे छोटे ट्रांजेक्शन कराकर उससे 80 हजार रुपए बताए गए खाते में डलवा लिए। कुछ देर बाद फिर फोन आया कि 41 हजार और देने की बात कही। तब जितेन्द्र का दिमाग ठनका। जितेन्द्र ने सीतापुर के डीएम के सीयूजी नम्बर पर फोन मिलाया तो उनके ओएसडी ने फोन उठाया। जितेन्द्र ने सारी जानकारी उन्हें दी। तो पता चला कि डीएम सीतापुर की आईडी से किसी प्रकार का कोई मैसेज नहीं किया गया है। इसके बाद जितेन्द्र ने चकेरी थाने में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई।
इंस्पेक्टर चकेरी संतोष शुक्ला के मुताबिक मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जिन खातों में पैसा गया है। साइबर सेल की मदद से उन्हें फ्रीज कराने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द पुलिस आरोपियों तक भी पहुंच जाएगी।