बढ़ती गर्मी में बढ़ रहे है हेपेटाइटिस ए के मरीज
U- खान पान और प्रदूषित जल हेपेटाइटिस ए बीमारी का मुख्य कारण
U- वर्ष 1990 के बाद वर्ष 2025 में हेपेटाइटिस ए के मरीजो की संख्या में देखी गई बढ़ोत्तरी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। बढ़ती गर्मी का मौसम और बिगड़ते खान पान से युवाओ समेत बुजुर्ग वर्ग हेपेटाइटिस ए का शिकर हो रहे है। अगर इनके आंकडे की बात की जाये तो इनकी संख्या अभी फिलहाल 5 से 10 फीसदी तक ही है जो कि खान पान और जीवन शैली को दुरूस्त नही किया तो यही प्रतिशत आगे बढ़ भी सकता है। हेपेटाइटिस ए बीमारी कैसे बढ़ रही है और इसका बचाव तथा उपचार किस तरह से किया जाये इसके बारे जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसन विभाग के प्रो. डॉ एम.पी. सिंह ने “दैनिक भास्कर” से खास बात चीत कर महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्रो. डॉ एम.पी.सिंह ने बताया कि गर्मी के बढ़ने का असर अब सीधे तौर पर लोगो हेपेटाइटिस ए देखने को मिल रहा है जिसका प्रमुख कारण हेपेटाइटिस ए वायरस (एचएवी) संक्रमण है, जो मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति के मल से दूषित भोजन या पानी खाने या प्रदूषित पानी पीने से यह फैलता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1990 में हेपेटाइटिस ए के मरीजो की बढ़ोत्तरी देखी गई थी, लेकिन उसके बाद वर्तमान में वर्ष 2025 में हेपेटाइटिस ए वायरस संक्रमित के मरीज बढ़े है। हेपेटाइटिस ए वारस का संक्रामण व्यक्ति के मल में मौजूद होता है और जब यह दूषित भोजन या पानी के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति के शरीर में प्रवेश करता है तो संक्रमण फैलता है। साथ ही दूषित भोजन और पानी के माध्यम से फैल सकता है, खासकर जब संक्रमित व्यक्ति उचित हाथ स्वच्छता का पालन नहीं करता है तब। वहीं बच्चे अक्सर स्वच्छता की कमी या दूषित भोजन के सेवन के कारण हेपेटाइटिस ए से संक्रमित हो जाते हैं। इसमें अगर कोई संक्रमित व्यक्ति हाथ धोए बिना खाना पकाता है तो वायरस उस खाने से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है.
हेपेटाइटिस ए एक संक्रामक रोग है और इससे बचाव के लिए उचित हाथ स्वच्छता, दूषित भोजन और पानी का सेवन न करना और हेपेटाइटिस ए का टीका लगवाना महत्वपूर्ण।
हेपेटाइटिस का प्रमुख कारण
हेपेटाइटिस कई कारणों से हो सकता है। शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं द्वारा लीवर पर हमला (ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस) वायरस (जैसे हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी या हेपेटाइटिस सी), बैक्टीरिया या परजीवियों से संक्रमण। शराब या जहर से लीवर को नुकसान जैसे कारण होते है।
हेपेटाइटिस ए के लक्षण
हेपेटाइटिस ए के लक्षण आमतौर पर वायरस से संक्रमित होने के कुछ सप्ताह बाद दिखाई देते हैं। लेकिन हेपेटाइटिस ए से पीड़ित हर व्यक्ति में लक्षण नहीं दिखते। आम तौर पर असामान्य थकान और कमज़ोरी, अचानक मतली, उल्टी और दस्त,
पेट में दर्द या बेचौनी, विशेष रूप से आपकी निचली पसलियों के नीचे ऊपरी दाहिनी ओर, जो आपके यकृत के ऊपर है, मिट्टी या भूरे रंग का मल, भूख में कमी
हल्का बुखार, गहरे रंग का मूत्र, जोड़ों का दर्द, त्वचा और आंखों के सफेद भाग का पीला पड़ना (पीलिया) और तीव्र खुजली शामिल है।
हेपेटाइटिस ए से बाचव
फिलहाल ऐसा कोई उपचार नहीं है जो इस बीमारी का उपचार कर सके।
हेपेटाइटिस ए से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है कि टीका लगवाया जाए। अच्छी स्वच्छता अत्यंत महत्वपूर्ण है। एक बार जब आप शौचालय का इस्तेमाल करते हैं तो डेटॉल लिक्विड हैंडवाश से अपने हाथ धोना याद रखें। आपको भोजन संभालने से पहले और डायपर बदलने के बाद इसकी सिफारिश की जाती है।