कैडावेरिक वर्कशॉप का एक दिवसीय गोष्ठी का हुआ आयोजन
U- बिना लम्बे चीरे के स्पाइन सर्जरी करना हुआ बेहद आसान
U- देश के विभिन्न राज्यो से आए डाक्टरो ने किया प्रतिभाग
U- बिना टांके और बेहाश किए मरीज की होगी सर्जरी
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। अब बिना लम्बे चीरे के स्पाइन की सर्जरी करना बेहद आसान होगा। कैडावेरिक वर्कशॉप के जरिये मेडिकल छात्रो को इस सर्जरी के बारे में जानकारी देते हुए प्राख्यात डॉक्टरो ने जानकारी दी गई। इस वर्कशॉप में विभिन्न राज्यो से आए कई चिकित्सको ने प्रतिभाग किया और स्पाइन सर्जरी को किस तरह बीने चीरे के की जाए इस बारे में बताते हुए अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. डॉ संजय काला ने बताया कि एनाटॉमी विभाग में एक कैडावेरिक वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कई प्रतिष्ठित विशेषज्ञ डाक्टरो द्वारा स्पाइन सर्जरी के बारे में लाइव सर्जरी कर छात्रो को जानकारी दी गई। कार्यक्रम के आर्गेनाइजर एवं उर्सला अस्पताल के वरि. डॉ अनुपम सचान ने बताया कि यह सर्जरी स्पाइनोस्कोपी के माध्यम से की जाती है जिसमें मरीज को चीरा नही लगाया जाता है, बल्कि एक छोटी सुई के जरिये उसके स्पाइन का बडे से बडे आपरेशन को सफलतापूर्वक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आमतौर पर जरनल सर्जरी एनाथिसिया देकर की जाती है ,लेकिन लोकल एनाथिसीया के जरिये यह सर्जरी बेहद आसानी से की जा सकती है। इस विधि से मेजर सर्जरी नही करना पडता है साथ ही मरीज को बेहोश न करते हुए बिना टांके ही सर्जरी की जा सकती है। इस दौरान छात्रो को जानकारी और मार्ग दर्शन करने के लिए प्रो. सुनीती पाण्डेय, एसो. प्रो. डॉ निधी गुप्ता समेत एनाटॉमी विभाग के छात्र-छात्राएं मौजूद रही।
-इन डाक्टरो ने किया प्रतिभाग
डॉ अनुपम साचान ने बताया कि देश के विभिन्न राजयो से प्रतिभाग करने आए डाक्टरो में डॉ सतीश चन्द्र गोरे ( इंडोस्कोपी स्पाइन सर्जन), हैदराबाद से डॉ अभिषेक , उॉ सुदीप जैन, डॉ राधे श्याम गंगवार, डॉ सुजान मिस्त्री हैदराबाद, वेद पाल यादव मौलाना आजाद युनीवर्सिटी नई दिल्ली, अहमदाबाद से डॉ सिराज मुंशी, बरेली से डॉ वरूण अग्रवाल, श्रीलंका से डॉ चाणक्य रहे।