डायबटीज टाइप वन के मरीजो को निःशुल्क मिलेगा इंसुलीन का इंजेक्शन
U- इंसुलीन उपलब्ध कराने को समाज सेवी संस्थाएं आयी आगे
U- 5 वर्ष से अधिक उम्र के लोग डायबटीज टाइप वन के हो रहे है शिकार
U- 20 फभ्सदी में 5 फीसदी नवयुवको में डायबटीज टाइप टू और थ्री
हिंदुस्तान न्यूज़ एक्सप्रेस कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज से सम्बंद्ध हैलट अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी में अब डायबटीज टाइप वन के मरीजो को निःशुल्क में इंसुलीन का इंजेक्शन मिलेगा। ऐसे मरीजो को पंजीकृत कर उन्हें मंगलवार को होने वाली डॉ विशाल गुप्ता की ओपीडी से इंसुलीन का मुफ्त इंजेक्शन प्राप्त हो सकेगा।
मेडिसन विभाग के डॉ विशाल गुप्ता ने बताया कि आम तौर पर उनकी ओपीडी में ऐसे मरीज आ रहे है जिनको खुद नही मालूम है कि वह डायबटीज टाइप वन के शिकार हो चुके है। उन्होंने बताया कि डायबटीज टाइप वन होने पर पेनक्रीयाज खराब होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। 5 वर्ष से लेकर उससे अधिक उम्र के लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे है, ऐसे मरीजो को जीवन भर इंसंलीन लेनी पडती है। इंसुलीन मरीज के वजन के अनुसार ही उसका दी जाती है। आम मरीजो के लिए इंसुलीन बाहर से खरीद पाना बहुत महंगा साबित होता है। ऐसे में गरीब मरीज जो डायबटीज टाइप वन के शिकार हुए है, उनको इंसुलीन मुफ्त में दी जायेगी। इंसुलीन को देने के लिए कुछ समाजसेवी संस्थाएं आगे आयी और उनके सहयोग से इंसुलीन उपलब्ध करायी गई जिन्हें मंगलवार की ओपीडी में पंजीकृत मरीजो को मुफ्त में उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि ओपीडी में अक्सर देखा जा रहा है कि 20 फीसदी मरीज डायबटीज टाइप टू और थ्री के भी आ रहे है जिनमें नवयुवको की संख्या 5 फीसदी तक पायी जा रही है।